कुनिहार में पेंशनरों ने की बैठक,सरकार से वित्तीय लाभ शीघ्र देने की उठाई मांग

पेंशनर एसोसिएशन कुनिहार की मासिक बैठक पेंशन भवन तालाब कुनिहार में प्रधान विनोद जोशी की अध्यक्षता में आयोजित की गई। बैठक में कार्यकारिणी द्वारा कई विषयों पर चर्चा कर पेंशनरों के वित्तीय लाभ शीघ्र देने की मांग की गई। बैठक में पेंशनरों ने प्रदेश सरकार की कार्यप्रणाली की निंदा करते हुए कहा कि आज तक कभी नहीं हुआ कि कर्मचारियों की सैलरी व पेंशनरों की पेंशन पहली या दो तारीख को न मिली हो। जबकि अब हर महीने में तकरीबन यही हो रहा है की पेंशन कभी 10 तारीख को कभी 20 तारीख को मिल रही है। बैठक में महंगाई भत्ते की बकाया किस्तों का भुगतान जल्द से जल्द करने की मांग की सरकार से की गई। पेंशनरों ने कहा कि जुलाई 2022 से मार्च 2024 तक के महंगाई भत्ते की किस्त का एरियर अभी तक नहीं दिया गया है इसे जल्द देने के आदेश किया जाए। सेवानिवृत कर्मचारियों की एकमुश्त की एवज में 15 वर्ष तक कटने वाली राशि को भी घटाकर 10 वर्ष 8 माह के पश्चात पेंशन के साथ समायोजित करने के आदेश दिए जाए। जबकि कुछ राज्यों ने ऐसे आदेश पारित कर दिए है।वहीं 65 , 70 और 75 वर्ष के सेवानिवृत कर्मचारियों को 5 , 10 व 15 प्रतिशत के लाभ को मूल वेतन पर देकर पेंशन में समायोजित किया जाना चाहिए। प्रदेश सरकार से यह भी अनुरोध किया गया कि एक जनवरी 2016 से 31 दिसंबर 2022 के बीच सेवानिवृत कर्मचारियों के वित्तीय लाभ संशोधित वेतनमान का अभी तक कोई भी भुगतान नहीं हुआ है। जबकि एक जनवरी 2022 के बाद से सेवानिवृत कर्मचारियों को सभी लाभ दिए जा चुके हैं। जो की अन्याय व पक्षपात वाला निर्णय है। वही बैठक में सरकार से अनुरोध है कि पेंशनरों की जे सी सी की बैठक भी जल्द बुलाई जाए। ताकि लम्बित मांगों पर विस्तार से चर्चा की जा सके। जैसा कि समाचार पत्रों के माध्यम से पता चला है कि कुछ जिलों में अभी तक पेंशन का भुगतान नहीं हुआ है। इस प्रकार सेवा निवृत कर्मचारियों से अन्याय न किया जाए। जबकि मुख्यमंत्री महोदय ने खुद यह बयान दिया था कि संशोधित वेतनमान का एरियर भुगतान चरणबद्ध तरीके से किया जाएगा। मार्च 2024 के पश्चात एरियर का भुगतान अभी तक नहीं हुआ है यह कैसा चरणबद्ध तरीका है। वही बैठक में विनोद जोशी, सूर्यकांत जोशी, के एल तंवर, ज्ञानचंद जोशी, गोपाल सिंह पंवर, राजेंद्र शर्मा,ज्ञानचंद ठाकुर, मनसाराम पाठक, भागमल तनवर,कृष्ण लाल तनवर, दीपराम ठाकुर, दिलाराम तंवर, दिलाराम पंवर, विजय कंवर आदि पेंशनर मौजूद रहे।