क्या सत्ता बचाने में बीजेपी की ताकत सिद्ध होंगे सिंधिया ?

**ज्योतिरादित्य सिंधिया के शिवपुरी से चुनाव लड़ने की अटकलें तेज
** कई सीटों पर सिंधिया परिवार का सीधा प्रभाव
मध्यप्रदेश में सत्ता बचाने के लिए बीजेपी निर्णायक लड़ाई लड़ रही है। बीजेपी के इस मिशन में ज्योतिरादित्य सिंधिया की बड़ी भूमिका हो सकती है। मुमकिन है बीजेपी सिंधिया को शिवपुरी या बमोरी से चुनाव भी लड़वा दें। अब तक सात सांसदों को टिकट दिया जा चूका है और इस फेहरिस्त में सिंधियाँ का नाम भी शामिल हो सकता है। दरअसल शिवराज सिंह चौहान सरकार में मंत्री और ज्योतिरादित्य की बुआ यशोधरा राजे ने स्वास्थ्य कारणों से चुनाव लड़ने से इनकार किया है। इसके बाद से ही ज्योतिरादित्य सिंधिया के चुनाव लादेन की अटकलें लग रही है।
मध्य प्रदेश में 100 ऐसी सीटें है, जहां किसी जमाने में सिंधिया रियासत का सीधा दखल होता था। साल 2018 में कांग्रेस सत्ता में लौटी थी तो उसकी एक बड़ी वजह सिंधिया भी थे। उन्होंने मध्यप्रदेश में चुनाव अभियान समिति का नेतृत्व किया था। अब सिंधिया भाजपा के लिए भी बड़ी ताकत सिद्ध हो सकते है।
माहिर मानते है कि मध्यप्रदेश में सत्ता में कायम रखने के लिए बीजेपी को मालवा-निमाड़ में फिर ताकत बढ़ानी होगी। साथ ही ग्वालियर-चंबल संभाग पर भी पकड़ बनानी होगी। इन दोनों क्षेत्रों के साथ ही भोपाल-नर्मदापुरम संभाग के कुछ जिलों और बुंदेलखंड के कुछ जिलों में सिंधिया रियासत का प्रभाव रहा है। बताया जा रहा है कि बीजेपी के अंदरुनी आकलन में भी यह बात सामने आई हैं कि बीजेपी को सिंधिया मजबूती दे सकते हैं। युवाओं में सिंधिया का अच्छा प्रभाव है।
फिलहाल ज्योतिरादित्य सिंधिया केंद्र में मंत्री है। अगर भाजपा उन्हें विधानसभा चुनाव के मैदान में उतारती है और पार्टी को सत्ता वापसी हुई तो माहिर मानते है कि सिंधिया सीम पद के भी प्रबल दावेदार होंगे। बहरहाल क्या होता ये तो वक्त बताएगा लेकिन फिलवक्त निगाह इसी बात पर टिकी है कि क्या सिंधिया विधानसभा चुनाव लड़ेंगे या नहीं।