कई बड़े नेता हमारे सम्पर्क में है : सत्येंद्र जैन
पंजाब में आम आदमी पार्टी ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की है। इसके बाद हिमाचल से भी भारी संख्या में लोग आम आदमी पार्टी का रुख कर रहे हैं। इसी के साथ आम आदमी पार्टी का सदस्यता अभियान भी तेजी से चला है। इसी के चलते दिल्ली सरकार में स्वास्थ्य मंत्री सत्येन्द्र जैन लगातार हिमाचल प्रदेश के दौरे कर रहे है। फर्स्ट वर्डिक्ट मीडिया ने सत्येन्द्र जैन से आगामी विधानसभा चुनाव और आम आदमी पार्टी की रणनीति को लेकर खास बातचीत की। पेश है बातचीत के कुछ अंश.........
सवाल : आम आदमी पार्टी तीसरे विकल्प के तौर पर हिमाचल में उभर कर आ रही है। यदि हम इतिहास में जाए तो हिमाचल एक ऐसा राज्य है जहां तीसरे विकल्प को लोगों ने जगह नहीं दी। हिमाचल और पंजाब में काफी अंतर है, क्या कहना चाहेंगे ?
जवाब : मौजूदा समय में हिमाचल में दो पार्टियां है एक है 'बी' पार्टी जिसका नाम बीजेपी है और एक है 'सी' पार्टी जिसका नाम कांग्रेस है। हिमाचल में 'ए स्लॉट खाली पड़ा था जिसे अब आम आदमी पार्टी भरने जा रही है। हम थर्ड नहीं है हम फर्स्ट है। दिल्ली में भी पहले यही 2 पार्टियां थी, एक बार कांग्रेस जीतती थी और एक बार भाजपा जीतती थी, लेकिन जनता ने अब इन दोनों पार्टियों का सूपड़ा साफ कर दिया है। दिल्ली में तीन बार से लगातार आम आदमी पार्टी की सरकार बन रही है और हिमाचल में भी आम आदमी पार्टी पूरी ताकत से चुनाव लड़ेगी। जनता ने अपना पूरा मन बना लिया है कि अब एक बार कांग्रेस और एक बार भाजपा की रीत को समाप्त करके इन्हें पूरी तरह से साफ़ करना है और प्रदेश में आम आदमी पार्टी की सरकार बनानी है।
सवाल : आम आदमी पार्टी के प्रचार की जब भी बात की जाती है तो दिल्ली और पंजाब का उदाहरण दिया जाता है, लेकिन आम आदमी पार्टी ने उत्तर प्रदेश, गोवा, मणिपुर और उत्तराखंड में भी चुनाव लड़ा था। पार्टी वहां अच्छा नहीं कर पाई। केवल 2 राज्यों की बात क्यों होती है ? अन्य राज्यों में पार्टी अच्छा नहीं कर पाई ऐसा क्यों है ?
जवाब : आम आदमी पार्टी एक छोटी पार्टी है, हम भाजपा जितनी बड़ी पार्टी नहीं है। भाजपा का पूरे देश में बहुत बड़ा नेटवर्क है। हम एक समय में एक चुनाव बहुत अच्छा लड़ सकते हैं। हमने पंजाब के चुनाव पर पूरी तरह से फोकस किया और वहां जीत कर दिखाया। अब की बार हम हिमाचल पर फोकस कर रहे हैं और हिमाचल में भी जीत कर दिखाएंगे। हम इतनी तो क्षमता रखते है कि हम एक समय में एक चुनाव अच्छे से जीत सकते हैं। कांग्रेस को आम आदमी पार्टी ने दिल्ली और पंजाब में साफ कर दिया है। अब हिमाचल में भी कांग्रेस साफ़ हो चुकी है और भाजपा को हराने का मंत्र भी हमें आता है। हम भाजपा को 3 बार सीधी लड़ाई में हरा चुके है। हमें पता है कि भाजपा को कैसे हराना है, कांग्रेस को इसकी जानकारी नहीं है। कांग्रेस इसलिए जीतती थी क्योंकि भाजपा हारती थी। कांग्रेस कभी भी पॉजिटिव वोट से नहीं जीती है और हमें यह जानकारी है कि पॉजिटिव वोट कैसे लिया जाता है। आम आदमी पार्टी देश की एक मात्र पार्टी है जो केवल काम पर वोट मांगती है। अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली चुनाव के दौरान कहा था कि यदि मैंने काम किया है तो वोट देना, अगर काम न दिखे तो वोट मत देना । इसके बाद जनता ने आम आदमी पार्टी को 70 में से 62 सीटें दी थी। आज तक कभी ऐसा नहीं हुआ कि किसी भी पार्टी को दो बार 90 प्रतिशत सीटें मिली हो। आप जरा हिमाचल के मुख्यमंत्री से कहिये कि वह भी यह कहे कि यदि मैंने काम किया है तो वोट दे, नहीं तो वोट मत दे, जनता स्पष्ट तौर पर नकार देगी। आम आदमी पार्टी काम के ऊपर वोट मांगती हैं और अन्य पार्टियां राजनीति पर वोट मांगती है। लोगों ने पूरी तरह से मन बना लिया है कि अब आम आदमी पार्टी को जीताना है और लोगो में भी पार्टी को लेकर काफी जोश देखने को मिल रहा है। पहले लोगो में कई प्रकार की शंकाएं रहती थी लेकिन अब वह सभी शंकाएं दूर हो चुकी है। पंजाब में भी हम नहीं जीते, हम केवल चुनाव लड़े थे और हिमाचल में भी हम नहीं जीतेंगे, हम पूरी ताकत से लड़ेंगे और जनता चुनाव जीतेगी।
सवाल: मौजूदा स्थिति में कांग्रेस और भाजपा के कई पदाधिकारी आम आदमी पार्टी में शामिल हो रहे हैं। ऐसे में क्या आम आदमी पार्टी उन पदाधिकारियों को मौका देगी या आम जनता से ही किसी को मौका दिया जाएगा?
जवाब : पंजाब में हाल ही में चुनाव हुए है और आप उनका ही विश्लेषण कर लीजिये। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चन्नी को आम आदमी पार्टी ने दोनों जगहों से हरा दिया। जिन्होंने उन्हें हराया वह दोनों आम आदमी थे। यहां भी टिकट आम आदमी को ही मिलेगी। हिमाचल में पहले केवल 2 पार्टियां थी तो अच्छे लोगों के पास इन दोनों पार्टियों में जाने के अलावा कोई और विकल्प नहीं था। अब प्रदेश में तीसरा विकल्प आम आदमी पार्टी है और मैं आपके माध्यम से जनता से भी कहना चाहूंगा कि जितने भी अच्छे लोग हैं वह आम आदमी पार्टी में शामिल हो जाए। वो लोग आम आदमी पार्टी में शामिल ना हो, जिनकी मंशा केवल राजनीति करने तक सिमित हो।
सवाल : कयास लगाए जा रहे हैं कि भाजपा और कांग्रेस दोनों पार्टियों के कई बड़े नेता इस समय आम आदमी पार्टी के संपर्क में है। क्या यह बात सही है ?
उतर : हम चुनाव लड़ने आए हैं तो संपर्क में नेताओं का होना तो स्वाभाविक है। मैं खुले तौर पर कह रहा हूं कि अच्छे आम आदमी पार्टी में शामिल हो जाइये। हम किसी को भी पार्टी में शामिल करने से इनकार नहीं कर रहे है। कांग्रेस और भाजपा में जितने भी अच्छे लोग फंसे है वह लोग आम आदमी पार्टी में शामिल हो जाए। पंकज जी, ये बात सच है कि कई बड़े नेता हमारे सम्पर्क में है।
सवाल : आगामी विधानसभा चुनाव नजदीक है, चुनाव के लिए केवल 7 से 8 महीने का समय बचा है। इस समय आम आदमी पार्टी का संगठन बहुत ज्यादा मजबूत नहीं है और आगामी विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के लिए सबसे बड़ी चुनौती कमजोर संगठन होने वाला है। इतने कम समय में पार्टी किस तरह से कार्य करेगी और आगे बढ़ेगी ?
जवाब : आम आदमी पार्टी के संगठन की यदि बात की जाए तो दिल्ली में भी आम आदमी पार्टी का संगठन भाजपा के मुकाबले कमजोर है। परंतु पार्टी ने 70 में से 62 सीटें ली है। आम आदमी पार्टी का संगठन आम आदमी ही है। आम आदमी नेताओं से डरता है, उन्हें डर लगता है यह मेरी दुकान बंद करवा देगा। आपको जानकर आश्चर्य होगा कि पंजाब में हर दुकान में कांग्रेस, भाजपा और अकालियों का झंडा लगा था लेकिन लोग वोट हमे दे कर आए। यदि आप चुनाव से 3 दिन पहले भी पंजाब जाते तो कहते कि आम आदमी पार्टी का कुछ नहीं हो सकता। न किसी ने नहीं सोचा था कि आम आदमी पार्टी 92 सीटें लेकर आएगी। जनता को लगा कि पार्टी लड़ रही हैं तो जनता ने वोट दिया। हमें केवल लड़ कर दिखाना है। जहाँ तक संगठन की बात की जाए तो बहुत सारे लोग ऐसे है जो सामने नहीं आ सकते क्यों कि उनके परिजन सरकारी नौकरी करते है और उन्हें ट्रांसफर या अन्य चीजों का भय रहता है। नेताओं द्वारा जनता में इस तरह के डर बनाए गए हैं। प्रदेश में जनता को दिल से जोड़ने की जरूरत है, डर से जोड़ने की जरूरत नहीं है। हम लोगों को दिल से जोड़ रहे हैं और संगठन ऊपर से दिखे या ना दिखे लेकिन अंदर से है। आपको सभी खबरें हैं तो आपको यह खबर भी जरूर होगी कि हम जनता के दिल में रहते है।
सवाल : लगातार भाजपा कांग्रेस यह बात कहती आई है कि दिल्ली एक समृद्ध राज्य है और वहां पर सरकार चलाना आसान है। पंजाब के ऊपर करीब तीन लाख करोड़ का कर्ज है, इसके अलावा पंजाब बॉर्डर स्टेट है और काफी ज्यादा सेंसिटिव स्टेट भी मानी जाती है। आम आदमी पार्टी किस तरह से पंजाब को चला पाएगी ?
जवाब : पंजाब में सरकार बने हुए अभी कुछ ही समय हुआ है। पंजाब में रिश्वत लेना बंद हो गया है, यदि आपको रजिस्ट्री करवानी है तो आप से एक रुपए भी नहीं लिया जाएगा। हिमाचल से भी बहुत सारे ट्रक पंजाब जाते है आप उनसे पूछ लीजिये कि पंजाब में कितने पैसे लिए गए और यह भी जरूर पूछना कि क्या हिमाचल में पैसे छोड़े गए। हमें पता है कि सरकार कैसे चलानी है। सरकार चलाने के लिए नियत साफ होनी चाहिए। यदि नियत साफ है तो काम अच्छा हो सकता है। आप कह रहे है कि दिल्ली एक समृद्ध राज्य है लेकिन जब तक हमारी सरकार नहीं थी तब तक समृद्ध नहीं था। दिल्ली का बजट 30 हज़ार करोड रुपए हुआ करता था। आम आदमी पार्टी की सरकार आई तो यह बजट 70 हज़ार करोड़ हो गया ,इस बार यह बजट हम 75 हजार करोड़ ले गए। आम आदमी पार्टी ने लोगों के लिए काम किया और लोगों ने ख़ुशी से टैक्स दिया। लोगों का कहना है कि हमारे लिए काम हो रहा है, हमारे बच्चों की पढ़ाई करवा रहे हैं, हमारे लिए सोचते है, हमारे लिए काम कर रहे है, हमारे ऊपर खर्च कर रहे हैं और अपने ऊपर खर्च नहीं कर रहे हैं। हिमाचल की यदि बात करे तो हिमाचल की पर कैपिटा इनकम 14वें नंबर पर है। यहाँ एक बार कांग्रेस लुटती है और एक बार भाजपा लुटती है। यदि ऐसे ही लुटते रहे तो प्रदेश आगे कैसे बढ़ेगा। हम यह नहीं कहते कि हम 5 वर्षों में यह सब कर के दिखाएंगे लेकिन हम 10 वर्षों में हिमाचल प्रदेश की पर कैपिटा इनकम को पहले नंबर पर ले कर आएंगे। हम प्रदेश में पर कैपिटा इनकम बढ़ाएंगे, शिक्षा पर ध्यान देंगे, बच्चों को अच्छी पढ़ाई देंगे, हर इंसान का अच्छा इलाज करवाएंगे, टूरिज्म पर ध्यान देंगे, हॉर्टिकल्चर पर ध्यान देंगे, एग्रीकल्चर पर ध्यान देंगे, सभी चीजों पर ध्यान देंगे। हिमाचल देवभूमि है, भगवान ने इस प्रदेश को इतना खूबसूरत बनाया है और हम इसे और ऊपर लेकर जाएंगे।
सवाल : हाल ही में हिमाचल में हुए चारों उपचुनावों में चारों सीटें कांग्रेस पार्टी ने जीती है, जनता ने कांग्रेस पर अपना प्यार बरसाया है। हिमाचल में यह रिवाज है कि हर 5 वर्षों के बाद सरकार बदलती है और यह रीत 1985 से चली आ रही है। इसके अनुसार अगला टर्म कांग्रेस पार्टी का है और चारों उपचुनाव भी कांग्रेस ने ही जीते है। आदमी पार्टी के लिए किस तरह की चुनौती होने वाली है ?
जवाब : कांग्रेस एक भी सीट नहीं जीती है, केवल भाजपा हारी है और दोनों में फर्क है। भाजपा हारी है, यह हम सभी लोग जानते हैं, लेकिन कांग्रेस जीती नहीं है और न ही जीतेगी क्योंकि अब आम आदमी पार्टी उन्हें नहीं जीतने देगी। पहले जनता के पास विकल्प नहीं होता था। मैंने कांग्रेस के एक नेता से बात की जो एक मौजूदा विधायक है। मैंने उनसे कहा कि आप तो मौजूदा विधायक है आपको तो टिकट मिल ही जाएगी। उन्होंने कहा कि टिकट तो मिल जाएगी लेकिन चुनाव नहीं जीत पाउँगा क्यूंकि आम आदमी पार्टी आ रही है। उन्होंने कहा कि यदि कांग्रेस से लड़ा तो 100 प्रतिशत हार जाऊंगा लेकिन आम आदमी पार्टी से लडूंगा तो जीत तो जाऊंगा। इस पर मैंने कहा कि हम ऐसे कैसे टिकट दे सकते है, हम पहले जनता से आपकी रेपुटेशन पूछेंगे और यदि आपकी रिपोर्ट अच्छी हुई तो ही आपको टिकट देंगे, नहीं तो सोचना पड़ेगा। तो यह स्थिति फिलहाल हिमाचल में है।
सवाल : फर्स्ट वर्डिक्ट के माध्यम से हिमाचल की जनता को आप क्या संदेश देना चाहेंगे?
जवाब : हिमाचल की जनता को मैं यह कहना चाहूंगा कि कभी कांग्रेस और कभी भाजपा, इनका खेल चलते हुए 60 वर्षों से भी अधिक समय हो चुका है। एक बार आप आम आदमी पार्टी को मौका देकर देखिए, अपने आपको मौका देकर देखिए। आप इन दोनों पार्टियों को भूल जाएंगे। इन नेताओं को इस बात से डर नहीं लगता कि आम आदमी पार्टी एक बार आ जाएगी, इन्हें डर इस बात से लगता है कि यदि एक बार आ गई तो फिर सालों साल काम करेगी। आम आदमी पार्टी में केवल काम को तव्वजों दी जाती है। हिमाचल में आम आदमी पार्टी की सरकार बनेगी, जनता के लिए काम करेगी और काम करके दिखाएगी। नेताओं को भी सीखने को मिलेगा कि विकास क्या होता है।
