बरसात के मौसम में मलेरिया-डेंगू से रखें बचाव: डॉक्टर अरुण शर्मा

राजकीय आयुर्वेदिक स्वास्थ्य केंद्र दयाल (नेहरन पुखर) में तैनात सीनियर आयुर्वेदिक मेडिकल ऑफिसर डॉक्टर अरुण शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि अब गर्मियों के मौसम और फिर बरसात आने वाली है। इस वजह से मलेरिया-डेंगू होने की संभावना बढ़ जाती है। उन्होंने बताया कि मलेरिया एक तेज बुखार वाली संक्रामक बीमारी है जो एक सूक्ष्म जीव मलेरिया पैरासाइट द्वारा होती है। जिसे अनफ्लिज मादा मच्छर एक मलेरिया रोगी से ग्रहण कर के अन्य स्वस्थ्य व्यक्तियों एक पहुचाती है। मलेरिया संक्रमण किसी भी आयु के व्यक्ति को हो सकता है। उन्होंने मलेरिया के लक्षणों की जानकारी देते हुए बताया कि मलेरिया-डेंगू की तीन अवस्थाएं होती है । जिसमें शीत वाली अवस्था मे तेज सर्दी, शरीर मे कंपकपी, सिर में दर्द, गर्मी वाली अवस्था मे तेज बुखार, ओढ़े व पहने हुए कपड़े उतार फेकना और पसीने वाली अवस्था मे अधिक पसीने के साथ बुखार उतारना व कमजोरी महसूस होना है। डेंगू से प्लेंटनेट सेल कम हो जाते हैं ।
खून की करवाएं जांच
उन्होंने बताया कि कोई भी बुखार मलेरिया हो सकता है किसी भी सरकारी अस्पताल, स्वास्थ्य उप केंद्र, स्वास्थ्य कार्यकर्ता के दौरे पर जांच के लिए रक्त पटिका की सूक्ष्म दर्शी द्वारा जांच पर मलेरिया की पुष्टि होने पर मूल उपचार मुफ्त दिया जाता है मलेरिया के लिए खून की जाँच व उपचार निःशुल्क किये जाते है उन्होंने लोगों से इन सेवाओं का लाभ उठाने के लिए आग्रह किया है। ताकि मलेरिया फैलने से रोक लगाई जा सके।
मच्छरों पर रखें नियंत्रण
मलेरिया फैलाने के लिए मच्छर उत्तरदाई है, इन पर नियंत्रण पाना जरूरी है। मच्छर हमेशा खड़े पानी मे अंडे देता है इसलिए खुले तौर पर कभी भी पानी खड़ा न होने दे। जहाँ कही भी पानी स्टोर किया जाए उसे भली प्रकार से ढक कर रखें। ताकि मच्छर प्रवेश न कर सके। इसके साथ ही घरों में गढ्ढो को भर दे और नालियों की साफ-सफाई बनाएं रखे। ताकि पानी का ठहराव सम्भव न हो। सप्ताह में एक बार सूखा दिवस जरूर मनाए कूलरों, गमलों, और डिब्बो का पानी निकाल कर उन्हें सूखा रहने दे। सोते समय कीटनाशक से उपचारित मच्छरदानी का प्रयोग करे। घर में दरवाजे खिड़कियां में जालीदा पल्ले लगवाएं। हाथ, मुह, पैर पर मच्छर भगाने वाली क्रीम का इस्तेमाल जरूर करे। गर्भवती महिलाओं और बच्चों को मच्छरों से बचाना चाहिए। चिकित्सक की सलाह के बिना कोई भी दवा न ले।