तेंदुआ बना दहशत का कारण, लोगों का घर से निकलना दूभर
ग्राम पंचायत दाड़लाघाट के गांव बरायली में इन दिनों एक मादा तेंदुआ स्थानीय लोगों में दहशत का कारण बना हुआ है। लोगों का कहना है कि गांव में एक मादा तेंदुआ अपने दो बच्चों के साथ पिछले कई दिनों से घूम रही है। शाम ढलते ही तेंदुआ दहाड़ना शुरू कर देते है और पूरी रात ये सिलसिला जारी रहता है। लोगों में दहशत का आलम ये है कि सूरज ढलने के बाद लोग घरों से बाहर निकने से घबराने लगे है। लोगों ने अपने पशुओं को घर से बाहर रखना ही बंद कर दिया है।
गांव वासियों में जय सिंह ठाकुर,राम चंद, नानक चंद,प्रकाश चंद,सविता देवी,कुंता देवी,शर्मिला देवी,निशा देवी ने बताया कि पहले तो तेंदुआ गांव से दूर रहता था और रात को ही उसके गुर्राने की आवाजें गांव में सुनाई देती थीं।पर अब ये गांव में लोगों के आंगन तक पहुचने लगी है इससे गांव वालों की परेशानी बढ़ गई है।लोगों में हर समय तेंदुए के हमले का खौफ रहता है।लोगों ने अपने पशुओं को पशुशाला के बाहर बांधना भी बंद कर दिया है। गांव वालो ने आशंका जताई है कि शायद मादा तेंदुआ अपने खोए हुए या मारे गए बच्चे की तलाश में गांव के आसपास घूम रही हो। गांव वालों ने इस बारे जिला वन अधिकारी से मांग की है कि वे इस तेंदुए को पकड़ कर उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करें ताकि वे अपने मवेशियों के साथ गांव में अपने को सुरक्षित महसूस कर सकें।
इस बारे वन मंडल अधिकारी एचके गुप्ता का कहना था कि सम्भवतः ये तेंदुआ मादा हो सकती है पिंजरा लगाना समझदारी नही होगी। गांव के लोगों को सावधानी बरतने की आवश्यकता है, अंधेरे में बाहर निकलने से बचें। ग्रामीण घबराए नहीं तेंदुआ स्वभाविक रूप से बहुत शर्मिला जानवर है और एक जगह पर ज्यादा दिनों तक नही रुकता है। विभाग की टीम को मौके पर भेज कर लोगों को जागरूक करेंगे।