सियासी रागों पर विराम, अनुराग का हमीरपुर से लड़ने का ऐलान
( words)
- नड्डा के हमीरपुर से चुनाव लड़ने की अटकलों पर भी फिलहाल विराम
- कांग्रेस के सामने चेहरे की चुनौती, सीएम-डिप्टी सीएम की साख होगी दांव पर
तमाम सियासी रागों पर विराम लगाते हुए अनुराग ठाकुर ने ऐलान कर दिया है कि वो हमीरपुर लोकसभा क्षेत्र से ही चुनाव लड़ेंगे। हालांकि राजनीति में कभी भी कुछ भी संभव है, लेकिन फिलहाल अनुराग के इस बयान से उन तमाम कयासों पर विराम लग गया जिनमें उनके किसी और क्षेत्र से चुनाव लड़ने की सम्भावना जताई जा रही थी। अनुराग ठाकुर ने साफ कर दिया कि "हमीरपुर लोकसभा से मुझे अपार प्यार मिला है, 2024 में चुनाव यहीं से लडूंगा "।
अनुराग के इस ऐलान के बाद कांग्रेस को भी यहाँ अपनी कमर कस लेनी चाहिए। दरअसल हमीरपुर संसदीय क्षेत्र वो संसदीय क्षेत्र है कांग्रेस अर्से से जीत के लिए तरस रही है। 1998 से पार्टी पिछले दो उपचुनाव और 6 आम चुनाव हार चुकी है। इस संसदीय क्षेत्र की जनता लोकसभा चुनावों में कांग्रेस को पिछले 25 सालों से नकारती आ रही है। ऐसे में पार्टी की राह यहाँ कठिन है। अगर अनुराग की जगह कोई और चेहरा मैदान में होता है तो शायद कांग्रेस को ज्यादा आस दिखे, पर सामना अनुराग से होगा तो चुनौती भी बड़ी होगी।
हालाँकि इस बार इस क्षेत्र से कांग्रेस की उम्मीदें भी कम नहीं है। दरअसल हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री यानि सरकार के मुखिया और उपमुखिया दोनों इसी संसदीय क्षेत्र से है। ऐसे में पार्टी को उम्मीद ज़रूर होगी की शायद इस बार इन दोनों का तिलिस्म चुनाव के नतीजों को पलट कर रख देगा। यानी कांग्रेस के दो दिग्गजों की साख यहाँ दांव पर होगी और दोनों कोई कसर नहीं छोड़ना चाहेंगे। दूसरा, विधानसभा चुनाव में भी इस संसदीय क्षेत्र में कांग्रेस ने अच्छा किया है जिससे कार्यकर्ताओं का हौंसला भी बढ़ा हुआ है। पर चुनावी रणभूमि में भाजपा के इस अभेद किले को भेदने वाला चेहरा कौन होगा, ये अब तक स्पष्ट नहीं है। पेंच भी दरअसल यहीं अटका है। कहा जा रहा है कि जिस चेहरे पर निगाह टिकी है, उसकी निगाह तो मंत्री पद पर टिकी है।
उधर भाजपा में भी दिग्गजों की सांख दांव पर है। लगातार चार चुनाव जीत चुके केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर खुद भी एक बड़ा नाम है, तो उनके पिता और पूर्व सीएम प्रो प्रेमकुमार धूमल भी इसी सीट से सांसद रह चुके है। ख़ास बात ये है कि ये भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगतप्रकाश नड्डा का भी गृह क्षेत्र है, जो राज्यसभा सांसद भी है। वहीं भाजपा के एक और राज्यसभा सांसद सिकंदर कुमार भी इसी क्षेत्र से आते है।
बहरहाल अब अनुराग के ब्यान के बाद स्पष्ट हो गया है कि अगर कोई बड़ा सियासी फेरबदल न हुआ तो एक बार फिर इस संसदीय क्षेत्र से मैदान में होंगे। आपको बता दें कि अटकलें लगती रही है कि 2024 में जगत प्रकाश नड्डा हमीरपुर से चुनाव लड़ सकते है, जबकि अनुराग ठाकुर को कांगड़ा या चंडीगढ़ सीट से उतारा जा सकता है। पर अब अनुराग ने स्पष्ट कर दिया है कि वे हमीरपुर में ही बने रहेंगे।