सिरमौर की सबसे ऊँची चोटी चूड़धार मे हिमपात, पड़ी कड़ाके की ठंड

** बर्फबारी और बारिश फलदार पौधों के लिए फायदेमंद
** किसानो ने ली राहत की सांस
सिरमौर जिले की सबसे ऊंची चोटी चुड़धार, जो लगभग 12,000 फीट की ऊंचाई पर स्थित है, में इस मौसम का दूसरा हिमपात हुआ। चुड़धार, जो शिरगुल महाराज की तपोस्थली के रूप में प्रसिद्ध है, में हल्की बर्फबारी शुरू हो गई है। इसके अलावा, नौहराधार, चाबधार, हरिपुरधार, राजगढ़ और शिलाई जैसे अन्य ऊंचाई वाले क्षेत्रों में भी बर्फबारी दर्ज की गई है। हिमाचल प्रदेश के इन क्षेत्रों में मौसम के बदलते मिजाज के कारण कड़ाके की ठंड पड़ रही है। किसानों और बागवानों के अनुसार, यह बर्फबारी और बारिश फसलों और बागानों के लिए फायदेमंद है। नकदी फसलें जैसे लहसुन, मटर, गोभी, आलू, प्याज, और गेहूं को इससे काफी लाभ होगा। पहाड़ी क्षेत्रों में सेव, नाशपाती, आड़ू, खुबानी, और प्लम के बागानों के लिए बर्फबारी गुणकारी मानी जाती है। बर्फ से जमीन में मौजूद हानिकारक कीटाणु नष्ट हो जाते हैं और यह बागानों के लिए नमी और पोषण प्रदान करती है। किसानों का मानना है कि ज्यादा बर्फबारी और बारिश होने से गर्मी के दौरान जल स्रोत सूखते नहीं हैं, जिससे पानी की उपलब्धता बनी रहती है।