सोलन: महिला कुश्ती खिलाड़ियों के उत्पीड़न के खिलाफ जिलाधीश के माध्यम से राष्ट्रपति को भेजा ज्ञापन

स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया और भारत की जनवादी नौजवान सभा ने बुधवार को जिलाधीश सोलन के माध्यम से राष्ट्रपति को महिला कुश्ती खिलाड़ियों के उत्पीड़न के खिलाफ ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन में कहा गया कि पिछले दो हफ्तों से महिला कुश्ती खिलाड़ियों द्वारा दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना प्रदर्शन किया जा रहा है। यह धरना-प्रदर्शन कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के द्वारा बड़े लंबे समय से किए जा रहे कई महिलाओं के साथ छेड़छाड़ व यौन उत्पीड़न की घटनाओं के खिलाफ किया जा रहा है। लेकिन बृजभूषण शरण सिंह की राजनीतिक पहुंच और गुंडागर्दी के चलते अभी तक इस मामले को लेकर कोई ककार्रवाई नहीं की गई है।
किसी भी देश के लिए उसके खिलाड़ी वहां के गौरव होते हैं, परंतु जंतर-मंतर पर पुलिस प्रशासन द्वारा महिला खिलाड़िओं के साथ बुरा व्यवहार किया जा रहा है तथा उनकी मांगों को अनसुना किया जा रहा है। खिलाड़ियों के साथ ऐसी घटना देश की कानून व्यवस्था तथा खिलाड़ियों की गरिमा पर एक बड़ा तमाचा है। इससे पहले भी बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ ऐसा ही मामला सामने आया था, उस समय भी सरकार के द्वारा आश्वासन दिया गया था, परंतु उस समय भी कोई कार्रवाई नहीं की गई थी। खिलाड़ी एक बार फिर धरना-प्रदर्शन पर हैं, परंतु सरकार अभी भी कोई कार्रवाई नहीं कर रही। इसलिए एसएफआई और डीवाईएफआई जिला कमेटी आपसे विनम्र आग्रह करती है कि इस विषय पर संज्ञान लेते हुए निष्पक्ष तौर पर जांच की जाए साथ ही कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह को उसके पद से हटाया जाए तथा दोष साबित होने की स्थिति में दोषी को सख्त सजा दी जाए। इसमें राकेश, अंकित, अंशुल, साहिल, वंशिका, रिशु, रोहित, राघव, शिवानी इत्यादि शामिल रहे।