मिशन 2022 से पहले संजय दत्त ने सजा दी पीसीसी की फील्डिंग, सबको किया रिचार्ज

मिशन -2022 से पहले प्रदेश कांग्रेस कमेटी की फील्डिंग सजाने से लेकर सबको रिचार्ज करने में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव एवं प्रदेश कांग्रेस सह प्रभारी संजय दत्त काेई कसर नहीं छोड़ना चाहते। प्रदेश कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला के साथ संजय दत्त भी अगले साल होने वाले चुनाव के लिए सबको साथ लेकर चल रहे हैं और एकजुटता का पाठ पढ़ा रहे हैं। भले ही संजय दत्त प्रदेश कांग्रेस के सह प्रभारी हाे, मगर संगठन में जाेश भरने में काेई कमी नहीं छाेड़ रहे। नई ज़िम्मेवारी मिलते ही उन्हाेंने हिमाचल का रुख किया और शिमला की ठंडी फिजाओं में राजनीति काे गर्म कर रहे हैं। पार्टी के भीतर चल रही गतिविधियाें से लेकर नेताओं में तालमेल और डबल इंजन की सरकार समेत कई मसलाें पर फर्स्ट वर्डिक्ट ने हर पहलु पर उनसे चर्चा की। संजय दत्त कहते है कि अब बहुत हुई डबल इंजन की सरकार, कांग्रेस आएगी फिर एक बार। पेश है कुछ अंश...
सवाल: पार्टी हाईकमान ने आपको हिमाचल प्रदेश कांग्रेस में नई ज़िम्मेवारी साैंपी है ताे क्या मिशन रहेगा?
जवाब: पार्टी हाईकमान ने मुझे हिमाचल में सह प्रभारी की ज़िम्मेवारी साैंपी है जिसे मैं बखूबी निभाउंगा। संगठन की गतिविधियाें काे आगे बढ़ाने से लेकर अगले साल हाेने वाले चुनाव की तैयारियाें के लिए काम करना हाेगा। हर बूथ, पंचायत, जिला और हरेक विधानसभा क्षेत्र में पार्टी कार्यकर्ताओं को और सशक्त करना ही मिशन है, ताकि अगले साल हिमाचल की सत्ता कांग्रेस काे मिल सके। दिन-रात मेहनत करेंगे और पिछली बार की खामियां को दूर करेंगे। अब बहुत हुई डबल इंजन की सरकार, कांग्रेस आएगी फिर एक बार। हिमाचल के साथ-साथ देश की जनता सिर्फ कांग्रेस काे ही सत्ता में देखना चाहती है।
सवाल: 2022 में चुनाव भी होने हैं, कांग्रेस की सत्ता वापसी के लिए आप कार्यकर्ताओं काे कैसे रिचार्ज करेंगे?
जवाब: सबको साथ लेकर चलना और जनहित के मुद्दों पर सरकार के खिलाफ आंदोलन करना है, जो पिछले काफी समय से चला हुआ है। अगले साल यानी 2022 के चुनाव में कांग्रेस पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाएगी। इसके लिए पीसीसी से लेकर डीसीसी के सभी पदाधिकारी और कार्यकर्ता मेहनत कर रहे हैं। चुनावाें तक हर सप्ताह पार्टी विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन करेगी, जिसके लिए रूपरेखा तैयार कर दी गई है। बूथ लेवल के कार्यकर्ता से लेकर प्रदेश स्तर के पदाधिकारियों की जिम्मेदारी तय कर दी है, ताकि प्रदेश से भाजपा सरकार काे बाहर का रास्ता दिखाया जा सके।
सवाल: हिमाचल कांग्रेस के नेताओं में तालमेल की कमी को लेकर भी सवाल उठते रहे है ? ऐसे में सत्ता वापसी कैसी होगी ?
जवाब: हिमाचल विधानसभा में कांग्रेस विपक्ष की बेहतरीन भूमिका निभा रही है। जनता से जुड़े एजेंडे पर सरकार काे घेरने में कोई कसर नहीं छाेड़ी। पार्टी में ऊपर से लेकर नीचे सभी नेताओं में तालमेल है और ऐसा ही चलता रहेगा। हमारे नेताओं में तालमेल की कमी काे लेकर भाजपा के लोग गलत प्रचार कर रहे हैं, उससे हमें कोई फर्क नहीं पड़ता। पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह, नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री समेत सभी विधायकगण विधानसभा सदन में जनता की आवाज काे बुलंद कर रहे हैं। प्रदेश में भाजपा काे अभी से ही खतरा दिखाई दे रहा है।
सवाल: काेराेना संकट में डबल इंजन की सरकार कहां तक चल पड़ी है और कहां रुकी सी नजर आ रही है?
जवाब: काेराेना संकट ताे दूसरा मसला है, लेकिन केंद्र में मोदी और प्रदेश में जयराम सरकार पहले दिन से ही जनविरोधी नीतियां लागू कर रही है। डबल इंजन की सरकार के अब ज्यादा दिन नहीं बचे। पिछले साल काेराेना संकट में कराेड़ाें युवा बेरोजगार हुए, महंगाई हर दिन बढ़ी, मगर पीएम नरेंद्र मोदी सिर्फ और सिर्फ रेडियो पर मन की बात करते रहे। उन्हें अभी तक यह मालूम नहीं हुआ कि युवाओं, गृहणियों और बेरोजगारों के दिल में क्या चल रहा है। प्राइवेट सेक्टर में नौकरियां नहीं रही। डबल इंजन की सरकार पूरी तरह से रुक गई है और कभी भी दम तोड़ देगी।
सवाल: हिमाचल की ज़िम्मेदारी मिलते ही आपने वरिष्ठ नेताओं के साथ अलग-अलग बैठकें की, रिजल्ट क्या मिल रहा है?
जवाब: हिमाचल में सह प्रभारी की जिम्मेवारी मिलते ही मैंने कार्यक्रमों का पूरा शेड्यूल तैयार किया। हमें क्या करने की आवश्यकता है और 2022 के लिए क्या रणनीति होनी चाहिए, इन सभी विषयों पर हरेक नेता और पदाधिकारियों के साथ बैठक की। सभी नेताओं के साथ सकारात्मक बातचीत हुई और सभी सत्ता वापसी को लेकर आश्वस्त है। हमारा एक ही लक्ष्य है कि अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में सत्ता कांग्रेस को मिले। आम कार्यकर्ताओं से लेकर वरिष्ठ नेताओं तक सभी जाेश में हैं, और भाजपा सरकार की जनविरोधी नीतियों का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए जनता भी हमारे साथ हैं।
सवाल: अगले साल होने वाले चुनाव के लिए पार्टी की ओर से हिमाचल में चेहरा काैन हाेगा?
जवाब: हिमाचल में कांग्रेस के सभी नेता एकजुट हैं और हरेक नेता काबिल हैं। हिमाचल में चेहरे काे लेकर कमेंट नहीं कर सकता, क्योंकि कांग्रेस में पार्टी हाईकमान की ओर से जो भी फैसला होता है उसे सर्वोपरि माना जाता है। बार-बार यही कह रहा हूं कि हमारा लक्ष्य सभी 68 विधानसभा क्षेत्रों में पार्टी काे पहले के मुकाबले मजबूत बनाना है और पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता में आना है, उसके बाद ही चेहरे की बात हाेगी। एक बात और कहना चाहूंगा, जिन राज्यों में भाजपा की सरकार है इस वक्त वहां के मुख्यमंत्रियों की कुर्सी भी खतरे में हैं।