सिरमौर में यूपी के व्यक्ति को आया हार्ट अटैक, सीपीआर देकर बचाई जान

जिला सिरमौर के गिरिपार क्षेत्र के ग्राम पंचायत पनाेग में शनिवार शाम को उत्तर प्रदेश के शामली निवासी बिंदा हसन नाम के व्यक्ति के लिए स्थानीय लोग व स्वास्थ्य विभाग देवदूत बनकर सामने आएं हैं। जानकारी के मुताबिक बिंदा हसन कपड़ो की फेरी लगा कर अपना जीवन यापन करता है। उसे शनिवार शाम करीब 5:00 बजे पनोग में बस से उतरते के बाद बाजार में अचानक दिल का दौरा पड़ गया तथा स्थानीय लोगों द्वारा सड़क पर बेहोश पड़े व्यक्ति को उसके कमरे तक पहुंचाया गया और तुरंत चिकित्सा विभाग पनोग को इसकी सूचना दे दी गई। ड्यूटी में तैनात फार्मेसी अधिकारी राजेश ठाकुर ने अपने सहयोगी स्वास्थ्य कर्मी यश पोजटा के साथ बिना समय गवाएं मौके पर आकर तुरंत मरीज के लक्षण पहचाने तथा हार्ट अटैक का आभास होने पर मरीज को तुरंत CPR देना शुरू किया। यह प्रक्रिया तब तक चालू रखी जब हार्ट अटैक से जूझ रहा व्यक्ति होश में नहीं आया तथा उसके बाद हार्ट अटैक में दी जाने वाली आपातकालीन दवाइयां भी तुरंत दे दी गई। समय पर प्राथमिक उपचार मिलने की वजह से उक्त व्यक्ति के हार्ट अटैक आने का खतरा टल गया। व्यक्ति के साथ परिवार का कोई ओर सदस्य ना होने की वजह से मेडिकल विभाग के फार्मेसी अधिकारी राजेश ठाकुर और पैरामेडिक्स यश पोजटा ने मानवता की मिसाल पेश कर अपने पैसों से गाड़ी का इंतजाम कर मरीज को बड़े अस्पताल पहुंचाने का बीड़ा उठाया जो कि हमेशा से ही दिन-रात लोगों की सेवा में तत्पर रहते हैं। व्यक्ति के उनके घर वालों से संपर्क कर उन्हें दिल्ली के गोविंद बल्लभ पंत हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया है, तथा ECG तथा अन्य जरूरी जांच करवाने पर हृदय विशेषज्ञों ने पाया कि मरीज को असल में ही हार्ट अटैक आया था तथा विशेषज्ञो ने सराहना करते हुए कहा कि मौके पर प्राथमिक उपचार मिलने की वजह से मरीज की जान खतरे से बाहर है तथा अगर समय रहते प्राथमिक उपचार नहीं मिलता तो उक्त व्यक्ति की मौत हो सकती थी। हृदय जांच में पाया गया कि उक्त व्यक्ति को उस समय दो बार आवर्ती हृदय आघात ( Recurrent Heart Attack) हुआ था। आयुष स्वास्थ्य एवम कल्याण केंद्र पनोग में तैनात फार्मेसी अधिकारी राजेश ठाकुर ने कहां कि बेहोश होने की स्थिति में दिल का दौरा पड़ने पर सीपीआर यानी कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन ओर अन्य प्राथमिक उपचार देने पर बिंदा हसन की तरह अन्य मरीजो की जान भी बचाई जा सकती है, बशर्तें प्राथमिक उपचार किसी मेडिकल प्रशिक्षक द्वारा दिया गया हो। उन्होंने कहा कि उन्होंने भी इसका विशेष प्रशिक्षण वर्ष 2011 में आपातकालीन प्रबंधन और अनुसंधान संस्थान हैदराबाद से लिया है, जिसका फायदा आज ग्रामीण इलाकों में लोगों को आपातकालीन सेवा देने में काम आ रहा है तथा उन्होंने स्थानीय ग्रामीणों से अपील भी की है कि अगर कोई व्यक्ति सीने में तेज दर्द , पसीना तथा बेहोशी की हालत में पाया जाता है तो 108 तथा नजदीकी चिकित्सा सहायता प्रदान करने के लिए तुरंत संपर्क करे तथा समय रहते आपातकालीन सहायता मिलने पर ग्रामीण इलाकों में बिन्दा हसन जैसे कई व्यक्तियों की जान बचाई जा सकती है। इस मौके पर चिकित्सा विभाग पनाेग ने स्थानीय कांग्रेस नेता एवम पूर्व प्रधान जगत शर्मा, दवा कारोबारी यश पोजटा, डी आर पोजटा, वेद प्रकाश शर्मा, कल्याण संगटा, बिट्टू शर्मा सहित सभी स्थानीय लोगों का सहयोग करने के लिए धन्यवाद व्यक्त किया तथा लोगो को हृदय आघात बारे जागरूक रहने की अपील की है।