अंबुजा सीमेंट उद्योग के प्रबंधकों, ट्रांसपोर्टर्स के बीच वर्चुअल मीटिंग आयोजित
अंबुजा सीमेंट उद्योग के प्रबंधकों तथा सभी सोसाइटीज के ट्रांसपोर्टर्स के बीच एक वर्चुअल मीटिंग का आयोजन हुआ।जिसमें ट्रक ऑपरेटर्स की मुख्य मांग ढलियारा डंप के मुद्दे पर सहमति बनी कि 5 नवंबर तक कंपनी सोसाइटीज को ढलियारा डंप बारे अपनी प्रपोजल भेजेगी, जिस पर सभी परिवहन सहकारी सभाएं कंपनी की प्रोपोजल पर विचार किया जाएगा। सीमेंट कंपनी की ओर से महाप्रबंधक हिमेश जनारथा तथा वरिष्ठ प्रबंधक अशोक मेहता ने इस वर्चुअल मीटिंग में भाग लिया।
महाप्रबंधक हिमेश जनारथा ने ट्रांसपोर्टर्स को बताया कि आपकी पांचों परिवहन सहकारी समितियां वर्तमान में दिए गए काम की ढुलाई करने में भी सक्षम नहीं हो पा रही हैं, जिससे कंपनी के पास डीलर्स का बहुत सारा माल पेंडिंग पड़ा हुआ है,इनकी डिमांड का कंपनी समय पर भुगतान नहीं कर पा रही है। कंपनी प्रबंधकों ने यह भी बताया कि ढलियारा डंप से जिन स्थानों की डिमांड की पूर्ति होनी है, वह पूर्ति इससे पूर्व भी नालागढ़ या रोपड़ से ही की जाती थी लेकिन यदि दाड़ला के ट्रांसपोर्टर्स कंपनी की वर्तमान स्थिति में सुधार लाते हैं तो 5 नवंबर तक इसे ऑब्जर्व किया जाएगा यदि कंपनी इसमें कुछ सुधार देखेगी तो इस डंप के गंतव्यों का काम दाड़ला के ट्रांसपोर्टर्स की ढुलाई का काम ही दिया जाएगा। कंपनी ने ट्रांसपोर्टर्स की इस बात को भी मान लिया की हिमाचल के बाहर के टोल प्लाजा जहां का टैक्स ट्रांसपोर्टर्स को नहीं दिया जा रहा था वह भी कंपनी द्वारा ट्रांसपोर्टर्स को देना शुरू कर दिया जाएगा। प्रबंधकों ने यह भी माना कि कार्बन ब्लैक दाड़लाघाट की गाड़ियों (बोगियों) से ढुलान करने पर भी प्रपोजल बनाकर सोसाइटीज को भेजा जाएगा। इसके अतिरिक्त भटिंडा के बैक लोड पर 100 प्रति टन की वृद्धि पर भी सहमति बनी कंपनी का यह तर्क भी था कि अल्ट्राटेक कंपनी ने भोटा और नादौन में पहले ही डंप खोल दिए हैं जिसका ट्रांसपोर्टर्स ने पुरजोर विरोध किया और कहा कि वे हिमाचल में कोई डंप नहीं खुलने देंगे। इस वर्चुअल मीटिंग में रोपड़ से वापसी कम दिए जाने का मुद्दा भी कंपनी के पास रखा। इस पर कंपनी ने सुधार करने की बात मानी।
एसडीटीओ के प्रधान रतन मिश्रा, रामकृष्ण शर्मा, बालक राम शर्मा, भूप सिंह, रामकृष्ण बंसल, अरुण शुक्ला, जगदीश ठाकुर, वीरेंद्र शर्मा, हीरालाल ठाकुर, अमरचंद गजपति, नरेश शर्मा, हुकम चंद, जय देव ठाकुर, सुखराम, यशपाल इत्यादि ने भाग लिया।