बिलासपुर को मिल सकती है हिमाचल कांग्रेस में बड़ी जिम्मेदारी

हिमाचल में उप चुनावों में हुई कांग्रेस की हार के बाद कांग्रेस हाईकमान सीरियस हो गया है। हरियाणा में कांग्रेस के बेहतर प्रदर्शन के बाद अब हिमाचल पर नजर पैनी कर दी गई है। वैसे भी पंजाब में कांग्रेस की सरकार है और हिमाचल में भी इस बारे में कांग्रेस सचेत हो गई है। सूत्र बताते हैं कि हाई कमान ने इस बार कोई प्रयोग न करके संगठन के अनुभव और नेतृत्व क्षमता के आधार पर प्रदेश नेतृत्व तय करने का निर्णय लिया है। बिलासपुर से सम्बंध रखने वाले ठाकुर राम लाल वर्तमान में कांग्रेस विधायकों में वीरभद्र सिंह के बाद सबसे अनुभवी व वरिष्ठ नेता है। वही पार्टी व कार्यकर्ताओं में उनकी दमदार छवि है। राम लाल ठाकुर बिलासपुर जिले के विधानसभा क्षेत्र श्री नैना देवी से पांचवीं बार विधायक बने, ठाकुर पूर्व में कई विभागों के मंत्री रहे है। इस भी विभाग के वो मंत्री रहे उसमे उन्होंने नए आयाम स्थापित किये हैं। ताजा घटना क्रम के चलते पिछले कल हिमाचल के अध्यक्ष कुलदीप राठौर के अलावा सभी पदों को निरस्त कर दिया है व पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने दिल्ली उनको दिल्ली बुला लिया है। सूत्रों से जानकारी मिली है कि रामलाल ठाकुर का नाम प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए तय किया जा चुका है। अब ओपचारिक घोषणा होनी बाकी है। इसी तरह से नेता विपक्ष के लिए आशा कुमारी का नाम सामने आया है जो पंजाब के साथ छत्तीसगढ़ की प्रभारी भी रही है और प्रदेश कांग्रेस के साथ राष्ट्रीय पटल पर भी अग्रणी महिला नेताओं में गिनी जाती है। वो वर्तमान में चंबा के डलहौजी से विधायक है व प्रदेश कांग्रेस में इकलौती महिला विधायक है। जहाँ गत विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के बड़े बड़े दिग्गज मंत्री चुनाव हार गए थे वही बीजेपी की प्रचंड लहर में भी उपरोक्त दोनों नेता कड़ी टक्कर में जीत कर विधानसभा पहुंचे थे। हिमाचल के कांग्रेस समर्थक नए कप्तान के नाम की घोषणा का इंतजार कर रहे है लेकिन बिलासपुर वासी इसका बेसब्री से इंतजार कर रहे है। कांग्रेस के नेतृत्व में ये बदलाव कांग्रेस की वापसी करवाने में कितना सफल होता है ये तो भविष्य के गर्भ में है लेकिन इन नेताओं के नाम सामने के बाद दो साल से विपक्ष के कमजोर नेतृत्व का फायदा लेकर आराम से सरकार चलाने वाले मुख्य मंत्री जय राम ठाकुर को भी विपक्ष के घेरने लिए नए सिरे से रणनीति बनानी पड़ेगी।