नशे के विरूद्ध पुलिस के कार्रवाई के सकारात्मक परिणाम-मधुसूदन शर्मा
पुलिस अधीक्षक सोलन मधुसूदन शर्मा ने कहा कि जिला पुलिस नशे के सौदागरों के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई कर रही है और इसके सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे है। पुलिस अधीक्षक राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय सोलन में नशामुक्ति अभियान के अंतर्गत छात्रों एवं अन्य को संबोधित कर रहे थे। मधुसूदन शर्मा ने कहा कि नशामुक्त समाज के लिए नशे के सौदागरों पर अंकुश लगाया जाना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि युवाओं तक नशा पहुंचाने के लिए नशे के सौदागर अनेक मार्ग अपना रहे है। पुलिस नशे के सौदागरों को रोकने के लिए पूर्ण रूप से मुस्तैद है और इस दिशा में नियमित कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने कहा कि पुलिस द्वारा नशे के विरूद्ध चलाई जा रही मुहिम को सफलता मिल रही है। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि पुलिस की इस मुहिम में आमजन का सहयोग नितांत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि समाज के विभिन्न वर्ग यदि सजग रहे तो नशे के कारोबारियों की सूचना तुरंत पुलिस को प्रदान कर सकते है। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि नशाखोरी पर लगाम लगाने के लिए न केवल पुलिस के साथ सहयोग करें अपितु अपने परिवेश में अन्य को भी सावधान रहने के लिए कहें। मधसूदन शर्मा ने कहा कि युवाओं को यह समझना होगा कि नशा शारीरिक एवं मानसिक नुकसान के साथ-साथ आर्थिक दृष्टि से भी अहित करता है। उन्होंने कहा कि कुछ युवा नशोखोरी के साथ-साथ नशा आपूर्ति के कार्य में भी संलग्न पाए गए है। ऐसे युवा देर-सवेर पुलिस की गिरफ्त में आकर अपना भविष्य समाप्त कर रहे है। उन्होंने आग्रह किया कि युवाओं को यदि नशे के सौदागरों और अपने साथियों की संलिप्तता के बारे में जानकारी मिलती है तो बिना देर किए पुलिस को सूचित करें।
उन्होंने कहा कि आमजन की सुविधा के लिए प्रदेश सरकार द्वारा ‘ड्रग फ्री हिमाचल ऐप’ आरंभ की गई है। इस ऐप को अपने मोबाइल के माध्यम से प्रयोग किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि इस ऐप पर कोई भी व्यक्ति नशे के व्यापार, नशा विक्रेता इत्यादि की जानकारी दे सकता है। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि इस ऐप का लाभ उठाएं। महाविद्यालय की प्रधानाचार्य नीलम कौशिक ने कहा कि अध्यापकों, अभिभावकों व युवाओं के संयुक्त प्रयासों से नशामुक्त समाज की परिकल्पना को साकार किया जा सकता है।
इस अवसर पर कॉलेज के छात्रों द्वारा शिक्षा क्रांति एवं ज्ञान-विज्ञान समिति के साथ नशा निवारण के विषय में नुक्कड़ नाटक भी प्रस्तुत किया गया। नशा निवारण अभियान के अन्तर्गत कंडाघाट स्थित बहारा विश्वविद्यालय के छात्रों द्वारा नशे के विरूद्ध नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया गया। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. पीयूष वर्मा ने छात्रों को नशे से दूर रहने के लिए प्रेरित किया। छात्रों को इसकॉन दिल्ली के विशेषज्ञों द्वारा जीवन में अच्छी आदतें विकसित करने के विषय में जानकारी दी गई। ‘मिरेकल्स ऑफ हेबिट’ विषय पर व्याख्यान प्रस्तुत किया गया। छात्रों को बताया गया कि आदतें ही हमारे जीवन को प्रभावित करती हैं और हमारे 40 प्रतिशत से अधिक कार्य आदतों के कारण ही होते है।
