नशे की रोकथाम में युवाओं की भागीदारी आवश्यक-गीतांजलि

नेहरू युवा केंद्र सोलन द्वारा नशा निवारण अभियान के अन्तर्गत विशेष जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता परीवीक्षाधीन पुलिस उपाधीक्षक गीतांजलि ने की। गीताजंलि ने इस अवसर पर कहा कि नशे का पहला शिकार आमतौर पर युवा होते है और नशे के कारोबार एवं नशाखोरी की रोकथाम के लिए सर्वप्रथम युवाओं का पहल करना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि यदि युवा नशे के लिए पूछने पर पहली बार न कहना सीख लें तो नशाखोरी पर काफी हद तक अंकुश लगाया जा सकता है। युवा इस दिशा में अपने साथियों को भी प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि युवाओं को नशे के सौदागरों के विरूद्ध बिना डरे पुलिस को जानकारी दें चाहिए ताकि इन पर त्वरित कार्रवाई की जा सके। उन्होंने कहा कि युवाओं को नशामुक्त समाज के लिए अपने परिवार से पहल करनी होगी। युवा अपने घर पर परिजनों तथा साथियों को नशे के दुष्प्रभावों से अवगत करवाएं। उन्होंने कहा कि नशे के उन्मूलन के लिए अभिभावकों को भी भूमिका निभानी होगी। अभिभावकों को चाहिए कि वे अपने बच्चों की प्रत्येक गतिविधि पर नजर रखें और उनके व्यवहार में परिवर्तन के संबंध में बच्चों से बात करें। इस विषय में अध्यापकों तथा चिकित्सकों से बिना समय गवाएं परामर्श अवश्य लें। युवाओं ने इस अवसर पर परीवीक्षाधीन उप पुलिस अधीक्षक से नशोखोरी के विषय में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने युवाओं को पुलिस विभाग की ओर से पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया। नेहरू युवा केंद्र के लेखाकार लेखराज कौशिल, पुलिस आरक्षी प्रितमा तथा मीनाक्षी ने भी इस अवसर पर युवाओं को नशे के दुष्प्रभावों की विस्तृत जानकारी प्रदान की। इस अवसर पर, नेहरू युवा केंद्र के अधिकारी एवं कर्मचारी तथा नेहरू युवा केंद्र से ब्यूटिशियन का प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे युवा उपस्थित थे।