वन मंत्री ने किया निहारी में चल रहे एक्सपेरिमेंटल सिल्वीकल्चर फीलिंग का निरीक्षण

वन परिवहन एवं युवा खेल मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने वन परिक्षेत्र भराडी के वन विश्राम गृह निहारी में वन बीट निहारी में चले हुए एक्सपेरिमेंटल सिल्वीकल्चर फीलिंग का निरीक्षण किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि प्रदेश के जंगलों में आपार धन सम्पदा है, लेकिन पिछले कई वर्षों से जंगलों में पेड़ सूख रहे थे और गिर रहे थे, लेकिन उनको उठाने की अनुमति नहीं थी। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने माननीय सुप्रीम कोर्ट में अनुमति के लिए आवेदन किया था। उन्होने बताया कि 2018 में माननीय सुप्रीम कोर्ट ने प्रयोगात्मक तौर पर प्रदेश में तीन रेंजो के लिए अनुमति प्रदान की गई। इसमें जिला बिलासपुर की भराड़ी रेंज और जिला सिरमौर की पौंटासाहिब रेंज और जिला कांगडा की नूरपुर रेंज शामिल है। उन्होंने कहा कि यदि इन रेंजों में यह प्रयास सफल रहा और माननीय सर्वोच्च न्यायालय इसकी प्रगति से संतुष्ट रहा तो उसके पश्चात माननीय न्यायालय के आगामी आदेशों के अनुसार कार्य किया जाएगा। उन्होंने वनवीट निहारी में चले हुए एक्सपेरिमेंटल सिल्वीकल्चर फीलिंग के कार्य पर संतोष व्यक्त किया। इस अवसर पर उन्होंने गांववासियों की समस्याएं सुनी और उनका समाधान भी किया। इस अवसर पर विधायक घुमारवीं विधानसभा क्षेत्र राजेंद्र गर्ग, मंडल अध्यक्ष सुरेश ठाकुर, जिला आईटी सेल संयोजक राजेश, सेवानिवृत्त प्रमुख अरण्यपाल बीपी मोहन, मुख्य अरण्य पाल रणवीर सिंह पटियाल, डीएफओ सरोज भाई पटेल के अतिरिक्त प्रमुख अरण्यपाल योजना पीएल चौहान, वन परिक्षेत्र अधिकारी निशिथ कुमार, आर टी ओ. एसके. पराशर, आरएम पवन शर्मा के अतिरिक्त अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।