नशे से बचाव के लिए दृढ़ इच्छा शक्ति आवश्यक

सोलन जिला में सभी को नशे के दुष्प्रभावों के सम्बन्ध में जागरूक बनाने के लिए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा नियमित रूप से जागरूकता शिविर आयोजित किए जा रहे है। इन शिविरों में प्रतिभागियों को नशे की विभिन्न किस्मों की जानकारी प्रदान करने के साथ-साथ नशे के कारण होने वाली सामाजिक, पारिवारिक एवं आर्थिक हानियों के बारे में भी अवगत करवाया जा रहा है। यह जानकारी एक सरकारी प्रवक्ता ने दी। उन्होंने कहा कि अभियान का मुख्य उद्देश्य युवा पीढ़ी को यह समझाना है कि नशा केवल नाश करता है और नशे से बचाव के लिए व्यक्ति में दृढ़ इच्छा शक्ति का होना आवश्यक है। अभियान में युवाओं, अध्यापकों तथा अभिभावकों को नशे के विरूद्ध एकजुटता के साथ लड़ने का आह्वान किया जा रहा है। इसी कड़ी में जिला में विभाग द्वारा 426 युवाओं एवं अन्य को नशाखोरी के खिलाफ जागरूक किया गया। क्षेत्रीय अस्पताल सोलन में नशा निवारण ओपीडी में 20 व्यक्तियों को जागरूक किया गया। चिकित्सा खण्ड चण्डी के खरोटा गांव में 36, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला भूमति में 58, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला जाबली में 228 तथा नालागढ़ खण्ड में 84 प्रतिभागियों को मादक पदार्थोें एवं मदिरा व्यसन की हानियों एवं इससे बचाव के उपायों की जानकारी दी गई। कार्यक्रमों में अध्यापकों तथा अभिभावकों से आग्रह किया गया कि बच्चों की पढ़ाई एवं व्यवहार में आने वाले परिवर्तनों पर ध्यान दें और इस विषय में उनसे नियमित संवाद बनाए रखें। छात्रों को नशे की हानियों के बारे में विस्तार से बताया गया। जागरूकता शिविरों में सभी को नशे के विरूद्ध शपथ भी दिलाई गई।