विपक्ष कर रहा लोगों को गुमराह : वीरेंदर कश्यप
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नागरिकता संशोधन बिल को लेकर भाजपा द्वारा शुरू किए गये जनजागरण अभियान में अर्की मंडल द्वारा आयोजित कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पुर्व लोक सभा के सांसद वीरेंदर कश्यप ने कुनिहार में प्रेसवार्ता को सम्बोधित करते हुए कहा कि इस बिल को लेकर कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों के द्वारा लोगों को गुमराह किया जा रहा है । उन्होंने कहा कि यह बिल नया नहीं है 1955 में नागरिकता कानून बनाया गया था । उस के बाद 5 बार इस में संशोधन किया गया है। उन्होंने बताया कि जुलाई 2016 में इसे लोक सभा में लाया गया था और पास भी किया गया लेकिन राज्य सभा में यह पास नहीं हो सका । फिर इसे सयुक्त संसदीय समिति को सौंपा गया । जनवरी 2019 को इस की रिपोर्ट आने के बाद इसे लोकसभा में फिर से रखा गया था और पास किया गया लेकिन राज्यसभा में बहुमत नहीं होने के कारण पास नहीं हुआ। लोक सभा भंग होने के कारण यह निरस्त हो गया । 9 दिसंबर 2019 को इसे पुनः लोक सभा में लाया गया और पास किया गया 11 दिसम्बर को राज्य सभा ने इसे पारित किया और 12 दिसम्बर को राष्ट्रपति की मंजूरी के बाद यह कानून बन गया । उन्होँने कहा कि यह देश में पहले से रह रहे सभी धर्मो के लोगों को किसी भी तरह से नुक्सान नहीं पहुंचाएगा। यह कानून लोंगो को नागरिकता देने के लिए है न कि लेने के लिए । यह हिन्दू, सिख, पारसी और बौध धर्म के लोगो के लिए है जो पकिस्तान, अफगानिस्थान, बांग्लादेश से प्रताड़ित हुए हैं या निकाले गये हैं और भारत वर्ष में बरसों से शरणार्थी शिविरों में रह रहे हैं, उनको नागरिकता देने के लिए है । इस अवसर पर उनके साथ भाजपा जिला मीडिया सह प्रभारी इन्दर पाल शर्मा, कर्मचारी प्रकोष्ठ के संयोजक चैतराम तनवर, ओम प्रकाश गाँधी आदि उपस्थित रहे।