मुख्यमंत्री खेत संरक्षण योजना का लाभ उठाएं किसान

सूचना एवं जनसंपर्क विभाग से संबंद्ध शिव शक्ति कलामंच कोठी के कलाकारों ने सोलन विकास खंड की ग्राम पंचायत जौणाजी तथा पर्वतीय लोकमंच दाड़वां के कलाकारों ने धर्मपुर विकास खंड की ग्राम पंचायत धर्मपुर तथा गुल्हाड़ी में प्रदेश सरकार द्वारा आम लोगों के कल्याण के लिए कार्यान्वित की जा रही योजनाओं की जानकारी गीत-संगीत व नुक्कड़ नाटकों के माध्यम से प्रदान की। कलाकारों ने समूह गान ‘गांव में विकास की धारा’ के माध्यम से मुख्यमंत्री सेवा संकल्प हेल्पलाइन की जानकारी प्रदान की। उन्होंने बताया कि नागरिकों की समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए मुख्यमंत्री सेवा संकल्प हेल्पलाइन-1100 आरम्भ की गई है। यह हेल्पलाइन रविवार को छोड़कर सप्ताह के 06 दिन सुबह 7.00 बजे से रात 10.00 बजे तक कार्य कर रही है। लोग इस हेल्पलाइन पर अपनी किसी भी प्रकार की समस्या को दर्ज करवा सकते हैं। कलाकारों ने बताया कि प्रदेश सरकार मुख्यमंत्री खेत संरक्षण योजना के तहत बाड़बंदी पर इस वर्ष 50.83 करोड़ रुपये व्यय कर रही है ताकि किसानों की फसलों को जंगली जानवरों से बचाया जा सके। योजना के तहत गत दो वर्षों में 1815 किसानों को लाभान्वित किया गया है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री खेत संरक्षण योजना में सौर बाड़बंदी के अतिरिक्त अब कांटेदार तारों और चेन लिंक बाड़बंदी के लिए 50 प्रतिशत अनुदान तथा कंपोजिट फैंसिग पर 70 प्रतिशत अनुदान देने का प्रावधान किया गया है। कलाकारों ने बताया कि प्रदेश सरकार ने सामाजिक सुरक्षा पैंशन के तहत वृद्धावस्था पैंशन की आयु सीमा को 80 वर्ष से घटाकर 70 वर्ष किया गया है। वृद्धजनों को सामाजिक सुरक्षा पेंशन 1300 रूपये से बढ़कार 1500 रूपये की है। सामाजिक सुरक्षा पैंशन को 750 रुपये से बढ़ाकर 850 रुपये किया गया है। कलाकारों ने बताया कि सामाजिक सुरक्षा पैंशन के लिए पात्र व्यक्ति जिला कल्याण अधिकारी या तहसील स्तर पर तहसील कल्याण अधिकारी के कार्यालय से संपर्क कर सकते हैं। इस अवसर पर ग्राम पंचायत धर्मपुर के प्रधान ओम प्रकाश पंवार, उपप्रधान सुशील शर्मा, आंगनबाड़ी पर्यवेक्षक भूमिका जग्गी, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सुमित्रा, रजनी, सीमा, राधा, ग्राम पंचायत गुल्हाड़ी के प्रधान मदन मोहन मैहता, उपप्रधान संजय कुमार, वार्ड सदस्य सचिन, ग्राम पंचायत जौणाजी की वार्ड सदस्य जयवंती, रोशन लाल, पुष्पा सहित काफी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।