पांगी में पहुंचा कोरोना वायरस सस्पेक्ट, पुलिस को दिया था चकमा

देश के पिछड़े जिला चंबा के अति दुर्गम क्षेत्र पांगी में भी कोरोना वायरस की दस्तक की संभावना ने हड़कंप मचा दी है। जिसका मुख्य कारण संदिग्ध व्यक्ति नेपाल निवासी होने सहित वायरस के लक्षणों संबंधी रोग पीड़ित हैं। इस बात का खुलासा जब नेपाल निवासी का मूल का करीब दस दिनों से अपने घर में सर्दी, जुखाम, बुखार व खांसी से ग्रस्त पलंग पर कमजोर एवं असमर्थ मुद्रा में पड़ा था। जिसका पंचायत वासियों को संज्ञान होते ही पीड़ित को तुरंत उपचार के लिए खिलाड़ी स्थित चिकित्सालय भर्ती करवाया गया है। जहां प्रारंभिक जांच पश्चात चिकित्सक द्धारा कोरोना वायरस संदिग्ध व्यक्ति को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कर आगामी जांच के अभाव के चलते पंडित जवाहरलाल नेहरू मैडिकल कॉलेज चंबा रेफर कर दिया है।
इतनी सख्ती व जांच के बावजूद कैसे पहुंचा नेपाल निवासी पांगी
कोरोना वायरस का संदिग्ध नेपाल निवासी दरअसल कई वर्षों से जिला चंबा के पांगी घाटी के सांचे नामक क्षेत्र में होटल व्यवसाय के तहत कार्य करने के लिए आता जाता रहता है। वित्त वर्ष भी कुछ दिनों पहले वह नेपाल से कुल्लू और वहां से वह पांगी के बार्डर पर संसारी पोस्ट पुलिस को चकमा देकर पांगी में पहुंचा गया। पांगी के साच गांव में स्थित एक होटल में कार्य में जुट गया। जानकारी अनुसार उक्त व्यक्ति पांगी पहुंचने से पूर्व ही अस्वस्थ था और गत दस दिनों में उसकी हालत दिन व दिन नाजुक होती चली गई जिसके कारण वह अपने कार्य पर जाने तक से असमर्थ हो गया।
पांगी में नहीं है कोरोना वायरस जांच के इंतजाम
एक ओर जहां पूरा विश्व कोरोना वायरस महामारी की चिंता एवं इस रोग के तोड़ रोकथाम में जुटा है, तो वहीं अभी हिमाचल सरकार व स्वास्थ्य विभाग उपचार संबंधित सुरक्षा इंतजामों की पोल तब खुलकर सामने आई जब जिला चंबा के दुर्गम क्षेत्र पांगी में कोरोना वायरस के टेस्ट का अभाव सामने आया। हालांकि वहां मौजूद चिकित्सक ने वायरस के संक्रमण होने की संभावना के तहत आइसोलेशन वार्ड में कुछ देर भर्ती एवं प्रारंभिक जांच के बाद उसे चंबा बेशक रेफर कर दिया, लेकिन इस वाक्या ने सरकार, प्रशासन सहित विभाग की कथनी-करनी में फर्क स्पष्ट अवश्य कर दिया।
* क्या कहते हैं समुदायिक स्वास्थय केन्द्र चिकित्सक *
इस संदर्भ में डॉ. अजय शर्मा ने बताया कि समुदायिक स्वास्थय केंद्र में साच गांव से कुछ ग्रामीणों द्वारा नेपाल बेशभूषा संबंधी एक व्यक्ति को बीमार एवं असमर्थ व्यवस्था में लाया गया जिसकी जांच के दौरान उसमें कोरोना वायरस से मिलते-जुलते काफी लक्षण पाए गए। वहीं उस व्यक्ति से जुकाम खांसी होने की अवधि दस दिनों से अधिक होना ज्ञात हुई। जबकि सबसे अहम बात है कि वह व्यक्ति नेपाल से वाया कुल्लू संसारी पुल पुलिस पोस्ट को चकमा देकर पांगी पहुंचा है। इन सब बातों के ज्ञात होते ही और एंडवास कई टेस्टों सहित उपचार अभाव के तहत पंडित जवाहरलाल नेहरू मैडिकल कॉलेज चंबा संदिग्ध व्यक्ति को रेफर किया है जिसकी पूर्ण जांच पश्चात ही कुछ पुख्ता तौर पर कुछ कहा जा सकता है।