बारिश से खिले किसानों के चेहरे, गर्मी से मिली राहत
दाड़लाघाट व आसपास के क्षेत्रों में शनिवार को हुई बारिश से किसानों के चेहरे खिल उठे हैं। गेहूं की फसल की कटाई तथा उसकी थ्रेशिंग करके निवृत्त हुए किसान अब ऐसी ही वर्षा का इंतजार कर रहे थे क्योंकि अब मक्की की फसल की बिजाई का उचित समय आ गया था। इस बारिश से तो ऐसा लगा मानो भगवान ने उनके मन की बात एकदम भांप ली हो। वैसे भी इस वर्षा से लोगों को भयंकर गर्मी से राहत मिली है।
क्षेत्र में तापमान 30 डिग्री से ऊपर होने से जल स्त्रोतों का पानी भी सूखने लग गया था, वहीं जंगली जानवर भी प्यास के मारे जंगलों से गांवों की तरफ रुख करने लग गए थे। वैसे इस बार गर्मी का मौसम थोड़ी देर से शुरू हुआ परन्तु पिछले सप्ताह से इतनी जोरदार गर्मी पड़ रही थी कि दिन में लोगों का बाहर निकलना तक मुश्किल हो गया था। इस महीने गेंहू की कटाई के बाद मक्की की बिजाई के लिए भी किसान बारिश का इंतजार कर रहे थे ताकि अगली फसल की बिजाई कर सके।
किसानों में, ईश्वर हेमराज महेंद्र, मंगल, योगेश मुकेश, उमेश, रूपराम, कामेश्वर जीतराम देवेंद्र निशांत, आदि का कहना है कि क्षेत्र में बारिश अगर अच्छी हो जाए तो उसे बाच कहा जाता है और खेतों में बाच होने से फसल की बुवाई मैं आसानी रहती है और बीज आसानी से अंकुरित हो जाते हैं। अब किसान जल्द ही मक्की की खेती करना शुरू कर देंगे। वहीं क्षेत्र में ऊंचाई वाले इलाके शिवनगर, फांजी, दाउटी, घनागुघाट आदि स्थानों पर अभी गेंहू पूरा कटान न होने किसानों को गेंहू को भीगने से बचाने के लिये मशक्त करनी पड़ी परन्तु उन्हें भी इस बारिश से ख़ुशी हुई कि अगली बुआई जल्द शुरू कर देंगे।
