वैश्विक महामारी कोरोना के चलते अखिल भारतीय मजदूर महासंघ की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक
वैश्विक महामारी कोरोना के चलते अखिल भारतीय मजदूर महासंघ की बैठक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से हुई। इसमें भारत के 19 राज्यों के 54 सीमेंट प्रतिनिधियों ने भाग लिया। इस बैठक का संचालन भारतीय मजदूर संघ के राष्ट्रीय संगठन बी सुरेंद्रन ने किया तथा विभिन्न विषयों पर विचार सागर मंथन ओर चिंतन किया गया। इस बैठक में भारतीय मजदूर संघ के राष्ट्रीय महामंत्री व्रजेश उपाध्याय, राष्ट्रीय संगठन मंत्री बी. सुरेंद्रन, सीमेंट प्रभारी के.सी.मिश्रा, एस. मलेशम और अखिल भारतीय सीमेंट मज़दूर महासंघ के अध्यक्ष कादिर भाई मझोटी (गुजरात),महामंत्री महेंद्र जैन (राजस्थान),ओमप्रकाश शर्मा (हिमाचल),संगठन मंत्री घीसुलाल कलाल(गुजरात), उपप्रधान सुनील यादव(पंजाब),शंकर सुलेगांव (कर्नाटक) अनेक पदाधिकारियों ने भाग लिया और अपने अपने सीमेंट उधोग का पूरा ब्यौरा रखा। राष्ट्रीय महामंत्री विरजेश उपाध्यक्ष ने कहा कि श्रम कानूनों में बदलाव,वेतन कटौती ओर श्रमिकों की छंटनी संघ कभी भी सहन नहीं करेगा इसलिए सरकार को एक पक्षीय निर्णय नहीं लेना चाहिए क्योंकि इससे भारत मे स्थान स्थान पर अशांति फैलेगी । इसलिए राज्यों की सरकार को संगठन से बातचीत करके निर्णय लेना चाहिए अन्यथा राष्ट्र निर्माण की प्रगति पर बहुत ही दुप्रभाव पडेगा। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी ने अपने विचार रखे तथा आगे की रणनीति पर तैयार की गई। राष्ट्रीय संगठन मंत्री बी सुरेंद्रन ने कहा कि अपने राज्यों में जिला में प्रवास करें और श्रमिकों के प्रति जो षड़यंत्र रचने की तैयारी जो सरकार और कॉरपरेट मिलकर कर रही है। इसका प्रचार प्रसार करें और सभी को जागरूक करें क्यूंकि शीघ्र ही देश व्यापी आंदोलन की तैयारी भारतीय ज़दूर संघ कर रहा है। सबका साथ सबका विकास तभी संभव होगा जब भारत का मज़दूर खुशहाल होगा।इस बैठक में सीमेंट उधोग में जो काम 50% श्रमिकों से चलाया जा रहा है विशेष मुद्दा रहा क्योंकि आने वाला समय श्रमिकों के लिए ठीक नहीं है इसलिए 50% में 50% ही काम करें अन्यथा बहुत श्रमिकों का रोजगार जा सकता है तथा स्वास्थ्य और सुरक्षा की दृष्टि से यह उचित नहीं है।इस नीति से सुरक्षा की भी सीमेंट प्लांट में धज्जियां उड़ाई जा रही। इस समय सीमेंट उद्योग के कर्मचारियों की दुर्दशा बहुत दयनीय है क्योंकि बहुत अधिक काम का दबाव हो रहा है।
