बेटे-बेटी को ऑनलाइन पढ़ाना था, बेच दी गाय
विधानसभा क्षेत्र ज्वालामुखी के तहत गुम्मर गांव के एक गरीब छोटे से किसान ने अपनी गाय को बेचा और फिर ऑनलाइन पढ़ाई के लिए तरस रहे अपने बच्चों के लिए मोबाइल खरीदा।
दरअसल, यह स्वाभिमान से जुड़ी ख़बर उस कुलदीप की है, जिसकी आजीविका उसकी पत्नी के साथ से और पशुओं के सहारे ही चलती आ रही थी।
अचानक कोरोना का कहर टूटा तो बच्चे स्कूल से घर पर बैठ गए। सरकारी ऐलान हुआ कि अब ऑनलाइन स्टडी होगी। कुलदीप उर्फ दीपू का दूसरी कक्षा में पढ़ने वाला बेटा वंश और चौथी में पढ़ने वाली बेटी अनु लाचार हो गए। वक़्त की मार और गरीबी के कारण कुलदीप के पास स्मार्ट फोन तक नहीं था। पर कुलदीप ने आत्मविश्वास का सहारा लेते हुए मात्र छह हजार में अपनी एक गाय बेच कर 6 हजार का मोबाइल खरीदा और वंश समेत अनु के लिए राहत का प्रबंध किया। कुलदीप एक छोटी सी गौशाला के बरामदे में खुद सोता है और पशुओं को एक कमरे में बरसात से बचा कर रखता है। कुलदीप की आंखों में गाय को बेचने का दर्द भी उतना ही दिखता है, जितना बच्चों के भविष्य के प्रति चिंता।