अल्ट्राटेक कंपनी के खिलाफ धरना-प्रदर्शन सोमवार को 14वें दिन भी जारी
मांगल लैंड लूजर ट्रक ऑपरेटर समन्वय समिति बागा में ट्रक ऑपरेटरों का धरना-प्रदर्शन सोमवार को 14वें दिन भी जारी रहा। ऑपरेटरों ने लगभग 400 की संख्या के साथ अल्ट्राटेक कंपनी के मज़दूर यूनियन के वर्करों ने भी अपना समर्थन देते हुए काफी संख्या में इकट्ठा होकर मुख्य गेट तक रैली निकाल अपना विरोध दर्ज करवाया। मुख्य गेट पर लगभग 1 घंटे तक धरना प्रदर्शन चला। प्रदर्शन के दौरान ऑपरेटरों व वर्करों ने कंपनी प्रबंधन के खिलाफ खूब नारेबाजी की। मांगल लैंड लूजर ट्रक ऑपरेटर समन्वय समिति बागा के बलदेव राज ठाकुर, हेमराज ठाकुर, नंदलाल चौहान, ठाकुर दास भारद्वाज, सुरजीत सेन, अजित सेन, लालमन बबलू, सीताराम ठाकुर, महेंद्र, अजित सिंह सेन, प्रेमलाल चौहान, प्रताप कौंडल, राकेश शर्मा, कैलाश, शीतल ने बताया कि मई 2017 से 2018 तक ढुलाई कार्य कम होने की वजह से विभिन्न वित्तीय संस्थाओं ने ऑपरेटरों की लगभग 400 गाड़ियां सीज की थीं। ऑपरेटर पर्याप्त काम न होने के चलते गाड़ियों की किश्त नहीं चुका पा रहे थे।सैकड़ों ऑपरेटरों पर चेक बाउंस होने और पुश्तैनी जमीन कुर्क करने के केस चल पड़े। कुछ ऑपरेटर तबाह होकर सड़क पर आ गए। इन्हें आज अपनी आजीविका चलाने के लिए ढाबों या मनरेगा में दिहाड़ी मजदूरी करनी पड़ रही है। जब कंपनी अपनी इनिशियल स्टेज पर थी एक जून 2018 को कंपनी ने 1500 मीट्रिक टन क्लिंकर प्रतिदन के हिसाब से ढुलाई कार्य देने का लिखित अनुबंध साइन किया था। इसे कंपनी ने लागू नहीं किया है। उन्होंने बताया कि कंपनी के साथ हुए लिखित एग्रीमेंट के बाद ऑपरेटरों ने मल्टी एक्सल ट्रक खरीद कर करोड़ों का कर्ज ले लिया। आज हालत ये है कि ये सभी गाड़ियां एक बार फिर डिफाल्टर हो चुकी हैं। उनका एक मात्र लक्ष्य जून 2018 के अनुबंध को लागू करवाना है। अगर 2 दिनों के अंदर कंपनी प्रबंधन अनुबंध लागू नहीं करती, तो मांगल लैंड लूजर ट्रक ऑपरेटर समन्वय समिति बागा इस आंदोलन को ओर तेज व उग्र रूप धारण करेगी। इसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन और कंपनी प्रबंधन की होगी। कमेटी के सदस्यों ने बताया कि सोमवार को ट्रक ऑपरेटरों की एक बैठक एसडीएम कार्यालय अर्की में रखी थी, लेकिन कंपनी प्रबंधन ने एसडीएम अर्की की बात को नकरात्मक रवैये के कारण अब ये बैठक आने वाले दिनों के लिए टाल दी है। अगर कंपनी जल्द ट्रक ऑपरेटरों की मांग पर गौर नही करती है तो कंपनी का हुकापानी बन्द कर दिया जायेगा।
