ज्वालामुखी: भरनाला गाँव के लोगों के लिए पक्का रास्ता एक सपना

उपमंडल ज्वालामुखी के अंतर्गत पड़ते क्षेत्र मझीन की फकेड पंचायत के गाँव भरनाला के लोग आज भी पक्की सड़क से वंचित है। भारी बरसात के दिनों में सड़क की हालत इतनी दयनीय हो जाती है कि मरीजों के लिए पालकी ही एक मात्र विकल्प रह जाता है। अभी हाल ही में इसी गाँव से सम्बंधित एक वीडियो सोशल मीडिया पर भी खूब वायरल हो रहा है जिसमें गांव के कुछ लोग एक मरीज को पालकी में रखकर लगभग 4 किलोमीटर दूर पक्की सड़क तक पहुंचा रहे हैं जो कि कैंसर जैसी बीमारी से लड़ रहा है। बताया जा रहा है उक्त रोगी का नाम ग्रिबू राम है और वह केंसर रोग से पीड़ित है जिसका टांडा मेडिकल कॉलेज में इलाज चल रहा है। कुछ दिन पहले उसकी एक बड़ी सर्जरी हुई थी। उस इलाके के लोगों को उसे एक पालकी से उठाना पड़ा और वे बारिश में करीब चार से पांच किलोमीटर पैदल चल पड़े। बरसात के मौसम में कच्ची सड़क पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुकी है और इस गांव के लोगों को सरकार और सरकारी अधिकारियों से कोई उम्मीद नहीं है कि वे इसे पक्का बनाने में उनकी मदद करेंगे। कुछ ग्रामीण अपना घर छोड़कर गांव के बाहर बस गए हैं। मेडिकल इमरजेंसी में पालकी गांव की इकलौती एम्बुलेंस है। लेकिन पालकी को कम से कम चार वयस्क व्यक्तियों की आवश्यकता होती है जो हर समय संभव नहीं है।
इस गांव के लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। हर बार बेहतर की उम्मीद में स्थानीय वाशिंदे वोट डालते हैं। लेकिन हर समय वे ठगा और असहाय महसूस करते हैं। एक कच्ची सड़क है जो इस गांव को जोड़ती है लेकिन कोई भी अधिकारी चाहे निर्वाचित हो या चुने हुए, इस सड़क की समय-समय पर मरम्मत करने की जहमत नहीं उठाते। गांव के लोगों नरायान दास, मनोज कुमार, श्रवण कुमार, प्रीतम चंद, रूमला देवी, महिंद्र सिंह, लरजा राम, किरन देवी, स्वरूप राम, सतीश कुमार, सुनीता देवी, हेमराज, धर्म चंद, जगदेव चंद, कोशल्या देवी, रेशमा देवी, आदि का कहना है कि पक्की सड़क तक पहुंचने के लिए 4किलोमीटर का रास्ता तय करना पड़ता है।बरसात के दिनों में सड़क कि हालत इतनी खराब हो जाती है कि गाड़ी तो दूर की बात पैदल चलना मुश्किल हो जाता है। वंही ग्रामीणों से मिलने विधानसभा ज्वालामुखी के युवा विंग प्रधान आम आदमी पार्टी से विकास पहुंचे हुए थे। विकास ने कहा कि ग्रामीणों की समस्या गंभीर है और इनके हक की लड़ाई लड़ी जाएगी। अधिकारियों के समक्ष समस्या को रखा जाएगा, जिससे कि गांव तक पक्की सड़क पहुंच पाए।