करीब 20 वर्षो बाद 40 दिनों के भ्रमण पर निकले डूम देवता

कहते हैं कि अपने इष्टदेव व देवी का जिस परिवार पर आशीर्वाद होता है वह परिवार सदा खुशहाल रहता है। अपने परिवार की खुशहाली के लिए लोग अपने देवी देवताओं के दर फरियाद लेकर जाते रहते हैं औऱ इष्ट देव व देवी लोगों की मनोकामनाएं पूरी करते हैं। कभी कभी देवी व देव भी भृमण करते हुए अपने भक्तों को आशीर्वाद देने उनके गांव व शहर आते है। आजकल डुम देव जिला शिमला के अपने मूल स्थान कुठाण से 20 वर्षो बाद लगभग 40 दिनों से भृमण पर निकले है व गांव गांव, शहर शहर अपने भक्तों को सुख,शांति व खुशहाली का आशीर्वाद दे रहे हैं। देलगी, दुगड़ी, उच्चा गाँव होते हुए डुम देव ढोल नगाड़ों के साथ शुक्रवार को कोठी पँचायत के गांव नमोल पहुंचे जँहा पर लोगों ने अपने ईष्ट देव के आने की खुशी में पटाखे फोड़कर व जयकारे लगाकर अपने इष्टदेव का स्वागत किया।इस दौरान इष्टदेव के साथ देव गुर व अन्य लोग मनमोहक नृत्य करते हैं व इष्टदेव सुख समृद्धि का आशीर्वाद देते है।तथा भक्तों की समस्याओं का निदान भी करते है। बुधवार को इष्टदेव ने नमोल गांव से लोहरा गाँव के लिए प्रस्थान किया। इस अवसर पर सोहनलाल, अजय, जयपाल, संजीव कुमार, यशपाल, मनोज, महेंद्र, कृष्ण लाल, लेखराम, महेंद्र ठाकुर, ओमप्रकाश, इंदरसिंह, प्रीतम, अमरनाथ, विजय सिंह, पीयूष, चमन, जय सिंह सहित सैंकडो महिला व पुरूष उपस्थित रहे।