सोलन जिला के लिए नाबार्ड की 2940 करोड़ रुपए की संभाव्यता युक्त ऋण योजना

सोलन जिला के लिए नाबार्ड की 2940 करोड़ रुपए की संभाव्यता युक्त ऋण योजना उपायुक्त सोलन के.सी. चमन ने राष्ट्रीय कृषि विकास एवं ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) द्वारा सोलन जिला की 2940 करोड़ रुपए की संभाव्यता युक्त ऋण योजना (पीएल) 2020-21 का लोकार्पण किया। के.सी.चमन ने इस अवसर पर कहा कि जिला के समग्र विकास में बैंकों की भागीदारी अहम है और इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए संभाव्यता आधारित ऋण योजना का सफल कार्यान्वयन अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होने कहा कि योजना के अंतर्गत विभिन्न क्षेत्रों के लिए आंकलन की गई संभाव्यता का सम्पूर्ण उपयोग किया जाना चाहिए ताकि लक्षित समूह योजनाओं के तहत प्रदान की जा रही धनराशि से लाभान्वित हो सकें। उपायुक्त ने कहा कि वर्तमान समय में बैंको को अपनी सेवाएं गरीब एवं पिछड़े वर्गों तक शीघ्र पंहुचाना आवश्यक है। इससे समाज केे कमजोर वर्ग इन सेवाओं से समय पर लाभान्वित हो पाएंगे। उन्होंने कहा कि जिले में कार्य कर रहे स्वयं सहायता समूह, कृषक उत्पादक संगठन इत्यादि के लिए विपणन की सुविधाओं का विकास भी आवश्यक है। इस दिशा में बैंक को योजनाबद्ध कार्य करना चाहिए। नाबार्ड के जिला विकास प्रबन्धक अशोक चैहान ने कहा कि अगले वित्त वर्ष के लिए कुल 2940 करोड़ रुपए की ऋण योजना का आंकलन किया गया है। इसमें से 941 करोड़ रुपए कृषि व कृषि से संबन्धित कार्याें के लिए हैं। इस धनराशि में से 665 करोड़ रुपए फसल उत्पादन व रखरखाव तथा 276 करोड़ रुपए कृषि संबंधी आधारभूत संरचनाओं सहित अनुषंगी गतिविधियों के लिए निर्धारित किए गए हैं। उन्होंने कहा कि सूक्ष्म, लघु व मध्यम उद्योगों के लिए 1526 करोड़ रुपए निर्धारित किए गए है। निर्यात, शिक्षा, आवास, नवीकरण योग्य ऊर्जा स्त्रोत इत्यादि के लिए 472.38 करोड़ रुपए का आकलन किया गया है। उन्होने नाबार्ड द्वारा स्वयं सहायता समूहों के लिए रुरल मार्ट तथा कृषि उत्पादों के लिए ग्रामीण हाट की जानकारी देते हुए कहा कि इनके माध्यम से किसान सीधे तौर पर अपने उत्पाद ग्राहकों तक अच्छी दरों पर पहुंचा सकते है। जोगिंद्रा केन्द्रीय सहकारी बैंक के प्रबंध निदेशक ताशी संडुप, अग्रणी जिला प्रबन्धक बी.डी. सांख्यान, स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया के हरिंदर, हिमाचल प्रदेश क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक से राम कुमार शर्मा इस अवसर पर उपस्थित थे।