स्वास्थ्य विभाग ने 385 प्रतिभागियों को नशे के विरूद्ध किया जागरूक

सोलन जिला में सभी को नशे की हानियों से अवगत करवाने के लिए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा आज विभिन्न शिक्षण संस्थानों व ग्राम पंचायतों में जागरूकता शिविर आयोजित किए गए। इन जागरूकता शिविरों में प्रतिभागियों को नशे के के दुष्प्रभावों के साथ-साथ नशे से पीडि़त व्यक्ति के लक्षण व बचाव पर भी जानकारी प्रदान की गई। यह जानकारी एक सरकारी प्रवक्ता ने दी। उन्होंने कहा कि नशा निवरण अभियान का मुख्य उद्देश्य युवा पीढ़ी को नशे के शारीरिक व मानसिक दुष्प्रभावों के बारे में अवगत करवाना है। नशे से छुटकारे के लिए व्यक्ति में आत्म विश्वास का होना अनिवार्य है। नियमित व्यायाम व खेलकूद गतिविधियों में सहभागिता बनाकर नशे जैसी बुराई से बचा जा सकता है। अभियान में युवाओं, अध्यापकों तथा अभिभावकों को नशे के विरूद्ध एकजुटता के साथ लड़ने का आह्वान किया जा रहा है। इसी कड़ी में जिला में स्वास्थ्य विभाग द्वारा विभिन्न स्थानों पर 385 छात्रों एवं अन्य को नशे के दुष्प्रभावों की जानकारी प्रदान की गई। एमआरए डीएवी विद्यालय में 250, ग्राम पंचायत डकरयाणा के चिकित्सा खंड चंडी में 40, चिकित्सा खंड सायरी के अंतर्गत आंगनबाड़ी केंद्र काहला में 11 तथा राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला सूरजपुर में 84 प्रतिभागियों एवं अन्य को मादक पदार्थोें एवं मदिरा व्यसन की हानियों एवं इससे बचाव के उपायों की जानकारी दी गई। जागरूकता कार्यक्रमों में अध्यापकों तथा अभिभावकों से आग्रह किया गया कि बच्चों की संगति पर ध्यान दें। पढ़ाई एवं व्यवहार में परिवर्तन आने पर अभिभावक तुरंत विद्यालय में अध्यापकों से संपर्क करें। अध्यापक व अभिभावक इस विषय में बच्चों से नियमित संवाद स्थापित करें। इन जागरूकता कार्यक्रमों में छात्रों को नशे की हानियों की विस्तृत जानकारी प्रदान की गई। इन कार्यक्रमों में बताया गया कि नशे से पीडि़त व्यक्ति को सही समय पर चिकित्सा उपलब्ध करवाने पर बचाया जा सकता है। जागरूकता शिविरों में सभी को नशे के विरूद्ध शपथ भी दिलाई गई।