आखिर कब मिलेगा चकौता धारकों को मालिकाना हक
लघु किसान कल्याण एकता की आवश्यक बैठक सोलन विश्राम गृह मे सम्पन्न हुई जिसमें 100 किसानों ने भाग लिया। किसानों ने आरोप लगाया कि आजादी के इन 72 वर्षों मे भी चकौता धारक किसानों को मालिकाना हक नहीं मिल पाया। जिला सोलन किसान कल्याण एकता के अध्यक्ष कान्ति प्रकाश ने पूर्व सरकार पर आरोप लगाया कि उन्होंने मालिकाना हक के लिए गलत आदेश दिए जिससे आजादी के इन 72 वर्षों मे भी चकौता धारक किसानों को मालिकाना हक नहीं मिल पाया। किसान नेताओं ने हिमाचल सरकार से आग्रह किया कि तुरन्त प्रभाव से जिला के 8000 किसानों को शीध्र मालिकाना हक दिलाया जाए। अभी तक ग्राम पंचायतों द्वारा किसानों को गुजारा करने के लिए 5 से 10 बीघा जमीन भूमिहीनो को आबँटित की गई थी जिसके मा्लिकान हक के लिए चकौता धारक किसान सँघर्ष की राह पर है। इसमें दलीप सिंह रोबोट सीमा रीतू नीना रामदेई मीना हरिचँद सतपाल इत्यादि पदाधिकारी मौजूद रहे।
