तीसरे दिन भी जारी रहा विद्यार्थी परिषद का आंदोलन
शिमला। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय इकाई विशाल वर्मा ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन अपने तानांशाही रवैया पर अभी तक अड़ा हुआ है। पिछले कुछ दिनों से लगातार अभाविप विश्वविद्यालय परिसर में छात्र मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रही है जिसमें पुलिस बल का प्रयोग छात्रों के विरुद्ध करने से विश्वविद्यालय प्रशासन गुरेज नहीं कर रहा। उन्होंने बताया कि पिछली रात को पहले विश्वविद्यालय प्रशासन चर्चा हेतु प्रत्येक छात्र संग़ठन से पांच कार्यकर्ता बुलाता है लेकिन जब ABVP के प्रतिनिधि प्रशासन से बातचीत करने पहुंचे तो प्रशासन का अलग ही रवैया देखने को मिलता है। पांच कार्यकर्ताओं को बुलाकर अपनी बात से मुकरते हुए प्रत्येक छात्र संगठन से सिर्फ दो छात्र प्रितिनिधि से ही बातचीत करने की बात प्रशासन करता है।
इसी बात से गुस्साए छात्र प्रतिनिधियों ने मिलने से इनकार कर दिया और अभाविप इकाई अध्यक्ष विशाल वर्मा ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन छात्र संगठनों को हल्के में ले रहे हैं और पांच प्रतिनिधियों को बुलाकर सिर्फ दो को मिलने की अनुमति देने यह समस्त छात्र समुदाय का अपमान है। आज जरूरत है कि विश्वविद्यालय प्रशासन छात्र हितों में फैंसला ले और प्रदेश भर के छात्रों की आवाज को दबाने की बजाय समस्याओं का समाधान करे।
ABVP का रुख एकदम स्पष्ठ है कि पीजी दाखिलों में प्रवेश परीक्षा होनी ही चाहिए अन्यथा अभाविप अपने आंदोलन को और उग्र करते हुए पूरे प्रदेश भर से छात्रों को लामबन्द करते हुए विश्वविद्यालय परिसर में कूच कर उग्र आंदोलन करेगी।
ABVP विश्वविद्यालय इकाई अध्यक्ष विशाल वर्मा ने कहा कि जिस तरह से बातचीत करने के बहाने विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा छात्र सँगठनों के साथ दुर्व्यवहार उसके बाद अभाविप ने पिंक पैटल पर जमकर नारेबाजी की, इस मौके पर भारी पुलिस भी मौजूद भी थी और एक बार फिर से क्यूआरटी का इस्तेमाल छात्रों के विरुद्ध हुआ।