93 वर्षीय किरपा राम वर्मा का निधन, कुनिहार क्षेत्र ने खोया सच्चा समाज सेवी
कुनिहार क्षेत्र के जाने माने समाजसेवी किरपा राम वर्मा का बुधवार रात को उनके निवास स्थान उच्चा गांव में निधन हो गया। वह 93 वर्ष के थे।किरपा राम वर्मा का का जन्म 14 अप्रैल 1927 को उच्चा गांव में हुआ था। उन्होंने 1947 में बोर्डिंग स्कूल कण्डाघाट से अपनी पढ़ाई पूरी करके पंजाब हरियाणा शिक्षा बोर्ड में अपनी सेवाएं दी। किरपा राम वर्मा समाज सेवा के लिए हर समय आगे रहते थे। उनका पौधा रोपण में भी बहुत रुचि थी। गांव का समसान घाट बनवाने और वँहा पौधे लगवाने में सराहनीय योगदान था। प्राचीन शिव ताण्डव गुफा कुनिहार के विकास कार्यो में भी उनका अहम योगदान रहा। इसके अलावा क्षेत्र के स्कूल, गरीब बच्चों की सहायता करना, गरीब कन्याओ की शादी में सहयोग के लिए हमेशा आगे रहते थे। किरपा राम ने समाज मे जातपात का भेदभाव खत्म करने के लिए भी विशेष अभियान चलाया जिसमे वे काफी कामयाब रहे। उन्हें पढ़ने लिखने का बहुत शौक था। उर्दू भाषा के अच्छे जानकार थे। पूरी कुनिहार रियासत का राजाओं के समय का रिकार्ड उनके पास उपलब्ध था। क्षेत्र में किसी की भी मृत्यु पर वे उनके अन्तिम संस्कार में जरूर पहुंचते थे और अपने पास मरने वाले की मृत्यु का रिकार्ड लिख लेते थे।
उनके निधन पर पूरा इलाका शोक में डूबा है। कुनिहार विकास सभा के अध्यक्ष धनीराम तनवर, गोपाल पंवर, ज्ञान ठाकुर, दीपराम ठाकुर, विनोद जोशी, बलबीर चौधरी, बाबूराम तनवर,भागमल तनवर, शिवताण्डव गुफा कुनिहार के अध्यक्ष राम रतन, उपाध्यक्ष अमरीश ठाकुर, सचिव गोपाल कृष्ण शर्मा, सम्भव चेरिटेबल सोसायटी की संरक्षिका प्रतिभा कँवर, अध्यक्षा कौशल्या कँवर, नवचेतना संस्था के अध्यक्ष कुलदीप कँवर, संजीव, हरजिंदर, सर्व एकता जनमंच संस्था के अध्यक्ष राजेंद्र ठाकुर सहित क्षेत्र की सभी संस्थाओ व लोगो ने उनके निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। लोगो का कहना है कि कुनिहार क्षेत्र ने आज सच्चे समाज सेवी को खो दिया है जिसकी कभी पूर्ति नही हो सकती।
