चंबा : आचार संहिता लगते ही पुरानी पेंशन बहाली को चला क्रमिक अनशन महासंघ ने किया बंद-जरयाल
![As soon as the code of conduct was imposed, the gradual fasting federation went on to restore the old pension](https://www.firstverdict.com/resource/images/news/image25107.jpg)
किशाेर गुप्ता। चंबा
आज 13वें दिन जिला स्तरीय क्रमिक अनशन आचार संहिता लगते ही किया एनपीएस महासंघ ने बंद। जरयाल ने बताया कि सभी कर्मचारी हैं और अपने अधिकारों के साथ साथ कर्तव्यों को भी बखूबी समझते हैं। चुनावी आचार संहिता में कर्मचारी अपना कर्तव्य निभाएंगे और कोई ऐसा कार्य नहीं करेंगे, जो इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया के दिए गए दिशा-निर्देशों के खिलाफ हो। कर्मचारियों की सारी आस आचार संहिता लगने तक ही थी, अब वो सारी आशाएं समाप्त हो गई हैं और कर्मचारी अब अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए अपने क्लियर एजेंडे के साथ जाएंगे।
जरयाल ने बताया कि कर्मचारी महासंघ के हरेक साथी द्वारा किए गए सभी आंदोलनों से अवगत हैं और वो जानते हैं की महासंघ ने मन कर्म वचन से कर्मचारी हितों की पूर्ति के लिए काम किया है और कर्मचारियों को डीसीआरजी, मेडिकल प्रतिपूर्ति भत्ता, 60% अंतिम निकासी टैक्स फ्री, सरकारी शेयर 10 से 14% करवाना, अपंगता और मृत्यु पर पुरानी पेंशन बहाली यानी 2009 की अधिसूचना को लागू करवाना, पैसा निकलवाने की समय सीमा 10 वर्ष से 3 वर्ष करवाना, एनपीएस का पैसा अपनी स्वेच्छा से फंड्स निवेश करवाना आदि शामिल हैं। एनपीएस कर्मचारी महासंघ के गठन से पहले ये सब सुविधाएं नहीं थी और महासंघ ने अपनी कड़ी मेहनत से सभी विभागों के कर्मचारी साथियों, भिन्न भिन्न कर्मचारी संघों के सहयोग से और नारी शक्ति के सहयोग से इस आंदोलन को इतना सशक्त और कामयाब बनाया, जिससे आज पुरानी पेंशन का मुद्दा चुनावों में मुख्य मुद्दा बना है।