ऊना : कांग्रेस की तानाशाही व बदले की भावना को कड़ा जबाब देंगे-धर्मेंद्र राणा
कहा, भाजपा कार्यकर्ता अपने नेतृत्व के साथ चट्टान की तरह खड्डा है
झूठे वायदों व जनता को बरगला कर आई कांग्रेस सत्ता में
ममता भनोट। ऊना
जिला ऊना किसान मोर्चा के अध्यक्ष, हरोली भाजपा के नेता एवं कृषि अनुसंधान संस्थान खुम्ब सोलन के सदस्य धर्मेंद्र राणा ने प्रदेश की कांग्रेस सरकार को बदले की भावना से काम करने पर लताड़ लगाई है। शुक्रवार को जारी बयान में धर्मेंद्र राणा ने कहा कि कांग्रेस पुरानी परंपराओं को स्थापित कर रही है, बदले की भावना से काम करते हुए साजिश करने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार ने लगातार काम करने का काम किया था, एक भी बदले की भावना का फैसला नहीं लिया था, न ही कांग्रेस द्वारा खोले गए किसी संस्थान को बंद किया, यह काम करने और काम को रोकने वालों में फर्क है। राणा ने कहा कि कांग्रेस विकास कार्यों को रोकने का काम कर रही है, अदला-बदली का काम कर रही है। धर्मेंद्र राणा ने कहा कि जनता ने जनादेश दिया है और यह जनादेश भाजपा ने स्वीकार कर लिया है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस को इस बात का ध्यान रखना पड़ेगा कि यह जनादेश मात्र 1% वोट का है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने जिस प्रकार से लोक लुभावने वायदे किए, जिस प्रकार से जनता को बरगलाया यह उसका परिणाम है की विधानसभा चुनावों में कांग्रेस बहुमत लेने में सफल हुई है। उन्होंने कहा कि यदि विकास पर नजर जाएं, तो मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के नेतृत्व में विकास के कार्य अधिक तेज गति से हुए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सहयोग मिला है, कैबिनेट मंत्री अनुराग ठाकुर ने सहयोग किया है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का सहयोग रहा, भाजपा संग़ठन का सहयोग रहा और लगातार विकास को आगे बढ़ाते हुए हिमाचल को शिखर पर पहुंचाने का काम किया है, उसमें बेहतरीन काम सरकार द्वारा किया गया। उन्होंने कहा कि अब प्रदेश में कांग्रेस की सरकार आई है, तो सरकार के मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खु भाजपा सरकार के निर्णय की समीक्षा के आदेश कर रहे हैं। संस्थानों को बंद करने की बात कर रहे हैं, इससे जाहिर होता है कि कांग्रेस बदले की भावना मन में लेकर काम कर रही है, ऐसी भावना सही नहीं है।
राणा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी का हर कार्यकर्ता भाजपा के नेतृत्व के साथ खड़ा है किसी भी प्रकार की तानाशाही को सहन नहीं किया जाएगा, जरूरत पड़ी तो सड़कों पर उतरेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार की असफलता तो यही है कि अभी कुर्सी पर बैठे ही हैं। सीमेंट उद्योग आंखें दिखा रहे हैं और मुख्यमंत्री अपने विधायकों के साथ जोड़ो यात्रा पर हैं, उन्हें जो रोजगार, उद्योग दिखाई नही दे रहा है, मुख्यमंत्री को इसकी चिंता नहीं है। उन्होंने कहा कि इसी से साबित होता है कि यह नेतृत्व कितना गंभीर है। राणा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी बदले की भावना से होने वाले कार्यों की निंदा करती है और हमारी मांग है कि सरकार प्रतिशोध की भावना को छोड़ कर के जो वादे किए हैं, उन पर काम करें और भारतीय जनता पार्टी विपक्ष के नाते जनता की आवाज को उठा कर के सही भूमिका अदा करेगी।