बिलासपुर भाजपा में राजनीतिक भूचाल

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप के बयान के उपरांत बिलासपुर भाजपा की राजनीति में उबाल आ गया है। गैर राजनीतिक संगठनों से जुड़े लोगों को पद मुक्त करने की बात को लेकर भाजपा जिला उपाध्यक्ष जोरावर सिंह पटियाल ने अपने पद और पार्टी की सक्रिय सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया है। पटियाल ने कहा कि उन्होंने अपना त्यागपत्र प्रदेश अध्यक्ष को प्रेषित कर दिया है। उन्होंने कहा कि भाजपा का वजूद ही गैर राजनीतिक संगठनों के कार्यकर्ताओं से है। यदि उनके लिए दरवाजे बंद किए जाएंगे, तो यह पार्टी के लिए शुभ संकेत नहीं हैं। उन्होंने कहा कि वह भारतीय राष्ट्रवादी अटल सेना के प्रदेश अध्यक्ष हैं। इसलिए भाजपा के बिलासपुर जिला उपाध्यक्ष के पद से और घुमारवीं मंडल में दर्ज सक्रिय सदस्यता से उन्होंने त्यागपत्र दे दिया है। पटियाल ने कहा कि वह 1990 से भाजपा कार्यकर्ता के तौर पर जुड़े और केडी धर्माणी के समय से 20 वर्ष की उम्र से लगातार सक्रिय कार्यकर्ता के रूप में लगातार मंडल में युवा मोर्चा से लेकर जिला तक कई पदों पर कार्य किया है। जब उन्हें प्रदेश में एक गैर राजनीतिक संगठन का दायित्व मिला, तब पार्टी ने नए कानून लागू कर दिए। कहा कि भारतीय अटल सेना राष्ट्रवादी उन्होंने गठित नहीं की है। वह पूरे देश के अटल प्रेमियों ने बनाई है और लगभग 26 प्रदेशों में सेवा भावना से कार्य कर रही है। जिला उपाध्यक्ष के त्यागपत्र के बारे में कोई जानकारी नहीं है। पार्टी हित को देखते हुए जो भी बयान जारी हुए हैं, वह शीर्ष नेतृत्व का फैसला है। अटल के नाम पर पार्टी के कार्यकर्ताओं को गुमराह किया जा रहा है। अटल भारतीय जनता पार्टी के आदर्श हैं। शीर्ष नेतृत्व इस बारे में जो भी आदेश जारी करेगा, हम उसका पालन करेंगे।