रिज मैदान शिमला में रक्तदान शिविर का आयोजन
आज अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद जिला शिमला और सुनील उपाध्याय एजुकेशनल ट्रस्ट शिमला द्वारा स्व सुनील उपाध्याय की पुण्यतिथि के अवसर पर रिज मैदान शिमला में रक्तदान शिविर एवं संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में सुफल सूद, मुख्य वक्ता नितिन व्यास (SFD प्रांत प्रमुख), सुनील उपाध्याय एजुकेशनल ट्रस्ट के सचिव डॉ. सुरेंद्र शर्मा और शिमला नगर मंत्री रमन उपस्थित रहे।
ट्रस्ट के सचिव डॉ सुरेन्द्र शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि COVID-19 महामारी के दौरान लॉकडाउन में सुनील उपाध्याय एजुकेशनल ट्रस्ट एवं अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने जिला शिमला में 6 बार रक्तदान शिविर का आयोजन कर 300 यूनिट से अधिक रक्त इकट्ठा कर प्रदेश के सबसे बड़े हॉस्पिटल IGMC को दान किया। विद्यार्थी परिषद और सुनील उपाध्याय एजुकेशन ट्रस्ट हर वर्ष सुनील उपाध्याय जी की पुण्यतिथि पर रक्तदान शिविर का आयोजन करात आ रही है। उसी के तहत आज शिमला रिज मैदान में इस रक्त दान शिविर का आयोजन किया गया है। इसमें IGMC से आयी टीम ने 38 रक्त एकत्र किया।
मुख्य अतिथि सुफल सूद ने बताया कि छात्र राजनीति में सुनील छात्र हितों को सर्वोपरि मानते थे और अपने संगठनात्मक एवं विद्यार्थी परिषद् के कार्य के दृढ़ीकरण एवं विस्तार हेतु सुनील अपने आराम एवं स्वास्थ्य की परवाह न करते हुए लगातार प्रवास एवं स्वास्थ्य की परवाह न करते हुए लगातार प्रवास एवं कठोर परिश्रम से हिमाचल प्रदेश में विद्यार्थी परिषद् को सशक्त बनाने हेतु कार्य करते रहे। अपनी इस जीवन शैली से उनके शारीरिक स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव पड़ने लगा और 1985 के पटना अधिवेशन के दौरान उनके मुंह से अचानक खून आ गया। डॉक्टरी जांच में पता चला कि सुनील के फेफड़े खराब हो चुके थे। उन्हें दिल्ली में अस्पताल में दाखिल किया गया, फिर देख - रेख की दृष्टि से दिल्ली से मुम्बई लाया गया। लगभग 8 मास तक जीवन-मृत्यु से लड़ते हुए 12 नवम्बर, 1985 को दिवाली के दिन सुनील का देहावसान हो गया। तब से लेकर सुनील की पुण्यतिथि को प्रदेश में विभिन्न स्थानों पर रक्तदान शिविरों का आयोजन कर उन्हें हर वर्ष श्रद्धांजली अर्पित की जाती हैं ।
मुख्य वक्ता डॉ. नितिन व्यास ने बताया कि सुनील उपाध्याय एजुकेशनल ट्रस्ट समय समय पर शैक्षणिक, सामाजिक कार्यों में हमेशा कार्यरत रहने वाली संस्था है। समय-समय पर निरन्तर कार्यक्रम कर जागरूकता का संदेश देता है। स्व सुनील उपाध्याय ने जम्मू कश्मीर से देवभूमि हिमाचल आकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की नींव रखी। 1975 में देश पर जब आपातकाल थोपा गया तो छात्रों एवं युवाओं में गुस्से का माहौल था। तब वे 10 वीं कक्षा में पढते थे उन्होंने इस काले कानून के विरुद्ध सत्याग्रह करने का निर्णय लिया था।
जिला संयोजक सचिन ने जानकारी देते हुए बताया कि इस रक्तदान शिविर में स्थानीय लोगों और दूर दराज से शिमला घुमने आए पर्यटकों ने भी रक्तदान किया। इस वैश्विक महामारी में रक्तदान करना, और जरूरतमंदों को रक्त देना पुण्य का कार्य है। रक्तदान करना नया जीवन देने के समान है। इस कार्यक्रम में आलोक पाण्डेय जी अभाविप शोध कार्य प्रमुख, प्रान्त मंत्री राहुल राणा, आशीष राष्ट्रीय सोशल मीडिया सह संयोजक और नशा निवारण बोर्ड के चेयरमैन ओ पी शर्मा भी मौजूद रहे।