शिक्षा बोर्ड ने जारी किया राज्य मुक्त विद्यालय का 2024 का वार्षिक कैलेंंडर
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हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड सचिव डॉ. मेजर विशाल शर्मा ने कहा कि राज्य मुक्त विद्यालय के तहत परीक्षा सत्र मार्च व सितम्बर 2024 में कक्षा आठवीं, दसवीं व जमा दो हेतु आयोजित होने वाले विभिन्न कार्यक्रमों के संदर्भ में वार्षिक कैलेंडर जारी कर दिया है। मार्च 2024 के लिए 8वीं, 10वीं व 12वीं कक्षाओं के लिए फ्रेश एडमिशन, री-अपीयर, अतिरिक्त विषय, इंप्रूवमेंट के लिए बिना विलंब शुल्क के एक अक्तूबर से 31 अक्तूबर तक, एक नवंबर से 31 नवंबर तक 1000 रुपये के साथ तथा 1 दिसंबर से 30 दिसंबर तक 2000 रुपये के साथ आवेदन होंगे। वहीं सितंबर 2024 के लिए 8वीं, 10वीं, 12वीं कक्षाओं के लिए फ्रेश एडमिशन, री-अपीयर, अतिरिक्त विषय, इंप्रूवमेंट के लिए बिना विलंब शुल्क 1 अप्रैल 2024 से 30 अप्रैल तक होंगे।
वहीं विलंब शुल्क एक हजार रुपये के साथ एक मई से 31 मई तक तथा विलम्ब शुल्क 2 हजार रुपये के साथ एक जून से 29 जून तक आवेदन होंगे। सचिव ने कहा कि स्टार्स प्रोजेक्ट के तहत हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा स्टूडेंट ट्रैकिंग सॉफ्टवेयर बनाएगा। बोर्ड सचिव डॉ. मेजर विशाल शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि इस साफ्टवेयर के माध्यम से यह पता लगाया जाएगा कि किस स्टूडेंट ने कौन सा एग्जाम दिया है। कहीं बच्चा स्कूल से ड्राप आउट तो नहीं हुआ है, यदि हुआ है तो अब क्या कर रहा है। बोर्ड की ओर से तीसरी, पांचवीं, आठवीं, नौंवीं व बारहवीं कक्षा के लिए प्रश्न बैंक तैयार किया जाएगा, जिसमें प्रदेश भर के अध्यापकों को इसमें जोड़ा जाएगा। प्रश्न बैंक तैयार करके शिक्षा बोर्ड अपनी वेबसाइट पर अपलोड करेगा। यदि कोई बच्चा एग्जाम की तैयारी कर रहा है तो वह मॉक टेस्ट देकर खुद का आकलन कर सकता है, इसके लिए एक सॉफ्टवेयर तैयार किया जाएगा।
पासिंग सर्टिफिकेट की कई बच्चों को जरूरत होती है, पहले यह पासिंग सर्टिफिकेट ऑन डिमांड दिए जाते थे, लेकिन अब बोर्ड ने हर स्टूडेंट को पासिंग सर्टिफिकेट जारी करने का निर्णय लिया है। इस वर्ष दसवीं व बारहवीं की परीक्षा पास कर चुके स्टूडेंटस से पासिंग सर्टिफिकेट का शुल्क नहीं लिया जाएगा, जबकि अगले वर्ष से इसके लिए 100 रुपये शुल्क तय किया गया है। एनसीईआरटी ने पहली व दूसरी कक्षा का नया पाठयक्रम तैयार किया है। इस मामले को शिक्षा बोर्ड ने प्रदेश सरकार को भेजा है, सरकार की एपू्रवल आने के बाद ही शिक्षा बोर्ड नया पाठयक्रम लागू करेगा।