समर्पण, कर्तव्य निष्ठा और सेवाभाव ही गृह रक्षक की पहचान- संजय अवस्थी

मुख्य संसदीय सचिव (स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, लोक निर्माण तथा सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग) संजय अवस्थी ने कहा कि गृह रक्षकों को कार्य के प्रति समर्पण, कर्तव्य निष्ठा और सेवाभाव के लिए जाना जाता है तथा यह गुण अन्य को भी राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान देने के लिए प्रेरित करते हैं। संजय अवस्थी आज गृह रक्षक और नागरिक सुरक्षा के 61वें स्थापना दिवस के अवसर पर बटालियन प्रशिक्षण केन्द्र, अर्जुन मैदान शालाघाट में आयोजित समारोह को सम्बोधित कर रहे थे।
उन्होंने गृह रक्षकों को स्थापना दिवस की शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए आशा जताई कि गृह रक्षक भविष्य में भी अपने समर्पित कार्यों के माध्यम से आम जन की कठिन राहों को आसान बनाते रहेंगे। उन्होंने विश्वास दिलाया कि गृह रक्षकों की विभिन्न समस्याओं को यथोचित हल के लिए मुख्यमन्त्री के संज्ञान में लाया जाएगा। उन्होंने कहा कि वाद्य यन्त्रों की खरीद के लिए गृह रक्षा विभाग को शीघ्र ही 05 लाख रुपए उपलब्ध करवाए जाएंगे।
संजय अवस्थी ने कहा कि वर्ष 1962 में गृह रक्षक की स्थापना जन शक्ति के राष्ट्र हित में प्रयोग के दृष्टिगत की गई थी। उन्होंने कहा कि अपनी स्थापना के 61 वर्षों में गृह रक्षक प्रत्येक कसौटी पर खरे उतरे हैं। उन्होंने कहा कि हाल ही में प्रदेश में भारी वर्षा के समय आपदा काल में भी गृह रक्षकों ने स्व हित का परित्याग कर बहुमूल्य मानवीय जीवन बचाने में प्रशंसनीय कार्य किया।
मुख्य संसदीय सचिव ने कहा कि यहां गृह रक्षक प्रशिक्षण केन्द्र की स्थापना के लिए विभिन्न स्वीकृतियां शीघ्र प्राप्त होंगी। मुख्यमन्त्री शीघ्र ही इस केन्द्र की आधारशिला रखेंगे।
उन्होंने गृह रक्षकों द्वारा प्रस्तुत भव्य मार्च पास्ट एवं अन्य प्रदर्शनों की सराहना की।
संजय अवस्थी ने कहा कि मुख्यमन्त्री सुखविंदर सिंह सुक्खु के सशक्त नेतृत्व में प्रदेश सरकार आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर एवं स्वावलंबी हिमाचल की स्थापना के लिए कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार अपने संसाधनों में वृद्धि के लिए प्रयासरत है।