देहरा: गुग्गा मंदिर दयाड़ा में होता है सायटिक पेन और सर्प दंश का इलाज

उपमंडल देहरा के अंतर्गत पड़ती ग्राम पंचायत लोअर सुनहेत स्थित गुग्गा मंदिर हार पट्टी (दयाड़ा) में सायटिक पेन (रिंगन) एवं सर्प दंश का इलाज मंत्रोच्चारण से किया जाता है। सालों से इस जगह में स्थापित गुग्गा जाहर वीर के मंदिर में सैकड़ों लोग ठीक होकर गए हैं। पुजारी गुरु बलबीर का कहना है कि बाबा जी की असीम कृपा से इस मंदिर में जो भी दुखी जन आते हैं, बाबा जी उनका उद्धार करते हैं। आज दिन तक सैकड़ों लोग इस मंदिर में स्वस्थ होकर गए हैं।
रिंगन बीमारी, जिसे सायटिक पेन कहते हैं, का इस मंदिर में मंत्रोच्चारण के साथ इलाज किया जाता है। ज्यादातर सर्प दंश और सायटिक पेन से ग्रसित लोग यहां आते हैं और उनका इलाज यहां किया जाता है। देहरा की सीमा का कहना है कि एक महीना पहले उन्हें रिंगन की बीमारी हो गई थी। उन्होंने कई डॉक्टरी इलाज करवाया, परंतु दर्द ओर बढ़ गया, जिसपर उन्हें गुग्गा मंदिर की सूचना मिली यहां मंत्रोच्चारण से उनकी समस्या का समाधान हो गया आज वह बिल्कुल स्वस्थ हैं।
क्या है सायटिक पेन
साइटिका का दर्द, साइटिक नर्व में समस्या के कारण हो सकता है। इस स्थिति में कमर से पैरों तक अत्यधिक दर्द और सुन्न होने की समस्या होने लगती है। जिससे शरीर का निचला हिस्सा बेकार हो सकता है। कभी-कभी आप शरीर के निचले हिस्से में दर्द को थकान या कमजोरी के कारण होने वाला दर्द समझकर नार्मल मान लेते हैं, लेकिन यह लापरवाही आपके लिए भारी पड़ सकती है।