देहरा : संसार में सुख का आभास मात्र है, सुख नहीं : भगवतस्वरूप

धरोहर गांव गरली के खन्ना गांव स्थित बाबा बालक नाथ मंदिर में गत दिवस से चल रही श्रीमद्भागवत कथा के दौरान आचार्य भगवतस्वरूप महाराज ने कहा कि संसार में मात्र सुख का आभास है, लेकिन वास्तव में सुख नहीं है। आचार्य ने कहा सुख का सच्चा केंद्र मात्र भगवान के चरणों में है, संसार में नहीं। उन्होंने एक कथा का वृतांत सुनाते हुए कहा कि एक बार एक गुरु और उनका शिष्य कुएं में पानी पीने गए, तभी अचानक शिष्य की नज़र कुएं में दिख रहे एक बहुत सुंदर हार पर पड़ी। उस शिष्य ने उस हार को निकालना चाहा, लेकिन वो नहीं निकला। तभी गुरु ने उस शिष्य को पेड़ की तरफ इशारा करते हुए कहा कि वो देखो वो हार उस पेड़ पर है, जिसकी परछाई तुम्हें कुएं में दिख रही है। लेकिन वास्तव में वह सुंदर हार पेड़ पर टंगा है कुएं में नहीं है। उसी तरह सांसारिक सुख भी इसी हार की परछाई की तरह है,वास्तव में सुख है नहीं, मात्र आभास है और सच्चा सुख भगवान के चरणों में ही है। कथा के दौरान बीच बीच में आचार्य जी द्वारा भजन कीर्तन भी किया गया। इस अवसर पर क्षेत्र भर के काफी संख्या में भक्तगण मौजूद रहे।