देहरा: मेरी माटी, मेरा देश कार्यक्रम के तहत बस्सी के शहीद दिलबाग सिंह सपेहिया की पत्नी से ली माटी

-1995 में अखनूर सेक्टर में वीरगति को प्राप्त हुए थे दिलबाग सिंह
- पिता की शहादत के चार महीने बाद लैंड माइन ब्लास्ट में ही घायल हो गए था बेटा अवतार सिंह
-घटना मेें खो दिया दायां बाजू और दोनों आंखें
मेरी माटी, मेरा देश कार्यक्रम के अंतर्गत विधानसभा क्षेत्र जसवां परागपुर के बूथ बस्सी में शहीद सूबेदार दिलबाग सिंह सपेहिया (16 डोगरा रेजिमेंट) पुत्र स्व. प्यार सिंह के घर से उनकी पत्नी राजकुमारी से माटी प्राप्त की गई। दिलबाग सिंह सपेहिया 1995 में अखनूर सेक्टर के पलाहवाला (जम्मू-कश्मीर) में पाक आतंकवादियों का पीछा करते हुए लैंड माइन की चपेट में आने के कारण वीरगति को प्राप्त हो गए थे। पिता की शहादत के 4 माह उपरांत उनका बेटा अवतार सिंह, जो कि सेना की 16 डोगरा रेजिमेंट में ही भर्ती थे, वह भी 1 जुलाई 1995 को अखनूर सेक्टर के पलाहवाला में ही लैंड माइन की चपेट में आकर बुरी तरह से घायल हुए थे। इसके कारण वह अपना दायां बाजू और दोनों आंखों की रोशनी खो चुके हैं। इनके घर से मेरी माटी, मेरा देश अभियान के अंतर्गत मिट्टी प्राप्त की गई है।
इस कार्यक्रम में बूथ अध्यक्ष सूबेदार जगदीश राम, बीएलए गुलजार सिंह, प्रधान लेख राज, वरिष्ठ कार्यकर्ता बसंत सिंह, उपाध्यक्ष बूथ कमेटी रमेश कौंडल, एक्स प्रधान सुषमा, सतीश सपेहिया, साथ के लगते बूथ जम्बल के बूथ अध्यक्ष रमेश, वरिष्ठ कार्यकर्ता मनोहर लाल, यहां के पूर्व में रहे ग्राम केंद्र प्रमुख राकेश पठानिया और ग्राम केंद्र प्रमुख शमशेर सिंह सपेहिया उपस्थित थे।