देहरा : एनएचएम कर्मचारियों का पूर्ण राज्यत्व दिवस पर नाम तक ना लेना दुर्भाग्यपूर्ण - डॉ पंकज शर्मा

राज्य स्वास्थ्य समिति नेशनल हेल्थ मिशन अनुबंध कर्मचारी संघ के महासचिव डॉ पंकज शर्मा व सचिव करनैल सिंह डाडा सीबा ने आरोप लगाया है कि सरकार ने एनएचएम कर्मचारियों की मांग को अनसुना करके अनदेखी की है। हिमाचल के पूर्ण राज्यत्व दिवस पर कोरोना महामारी में काम करने वाले कर्मचारियों का नाम तक न लेना दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने बताया कि संघ के कर्मचारियों ने सरकार को 26 जनवरी तक नियमित स्केल की मांग पूरी करने पर अल्टीमेटम दिया था। इसमें स्थाई नीति बनाने की अधिसूचना जारी करने की मांग रखी गयी थी लेकिन उनकी मांग पर गौर नहीं किया गया। ऐसे में अब कर्मचारियों ने 27 जनवरी से काले बिल्ले लगाकर काम कर रहे हैं। वहीं आज सोमवार को बीएमओ सुभाष ठाकुर डाडा सीबा को ज्ञापन सौंपा गया और दो फरवरी को एकदिवसीय सांकेतिक हड़ताल की जाएगी। उन्होंने कहा कि एनएचएम कर्मचारी विभिन्न स्वास्थ्य समितियों के तहत 23 वर्ष से स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के तहत सेवाएं दे रहे हैं। सरकार ने न तो आज तक इन कर्मचारियों का नियमितीकरण किया और न ही रेगुलर स्केल का लाभ दिया जा रहा है। हरियाणा में एनएचएम कर्मचारियों को एक जनवरी 2018 से रेगुलर पे स्केल का लाभ दिया जा रहा है। हिमाचल में यह कर्मचारी लगभग दो वर्ष से करोना काल में अपनी सेवाएं पूरी निष्ठा से देते आ रहे हैं। कई कर्मचारी कोरोना से संक्रमित हो रहे हैं। सरकार को भी हड़ताल में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर अपनी पीठ थपथपा रही है। वहीं इस वैश्विक महामारी में भी स्वास्थ्य विभाग के तहत काम करने वाले स्वास्थ्य समिति (एनएचएम) अनुबंध कर्मचारियों की सुध नहीं ली जा रही है। इसलिए काले बिल्ले लगाकर अपना विरोध जता रहे हैं।