देहरा के प्रो. करण पठानिया ने 'सेपियंस: ए ब्रीफ हिस्ट्री ऑफ ह्यूमनकाइंड' पर रखे विचार

राजकीय महाविद्यालय आनी और जीजीसी हमीरपुर की ओर से विभिन्न वैश्विक और स्थानीय भागीदारों के सहयोग से आनलाइन अंतर्राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। 6 से 8 दिसंबर तक चले कार्यक्रम में भारत और विदेश से 500 से अधिक छात्र, शिक्षक और पेशेवर एक साथ आए। इस दौरान युवाओं का कौशल बढ़ाने और नौकरी प्लेसमेंट बढ़ाने पर चर्चा की गई। कार्यशाला में राजकीय महाविद्यालय देहरा के वरिष्ठ प्रवक्ता डॉ. करण पठानिया ने युवल नूह हरारी की ' सेपियंस: ए ब्रीफ हिस्ट्री ऑफ ह्यूमनकाइंड' पर विचार रखे। उन्होंने दुनिया में हमारी अद्वितीय स्थिति के साथ आने वाली जिम्मेदारियों पर विचार करने का आग्रह किया गया। कार्यशाला में डॉ. जीतेंद्र (मस्तिष्क वैज्ञानिक) और डा. रमेश ने मेमोरी लैब: शैक्षिक संस्थानों में भविष्य की तैयारी के लिए संज्ञानात्मक कौशल को बढ़ाने पर जोर दिया। डॉ. अनिरुदिता सक्सेना ने सॉफ्ट स्किल्स रिवोल्यूशन पर विचार रखे।