देहरा: राज्यस्तरीय द्वि दिवसीय तृतीय शास्त्र शलाका परीक्षा हुई संपन्न
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संस्कृत भारती हिमाचल प्रदेश द्वारा ऊना जिला के अम्बेहड़ा-अट्या गाँव में स्थित श्री सुन्दर नारायण गुरुकुल में द्वि दिवसीय तृतीय शलाका परीक्षा का आयोजन किया गया। जानकारी देते हुए वेदव्यास परिसर के शिक्षा शास्त्री विभाग के अध्यक्ष एवं संस्कृत भारती हिमाचल प्रदेश के प्रचार प्रमुख डॉ. सत्यदेव ने बताया कि विगत 11 व 12 अक्टूबर को संपन्न हुई इस परीक्षा में हिमाचल प्रदेश के 10 संस्कृत महाविद्यालयों एवं विश्वविद्यालयों से कुल 61 प्रतिभागियों ने भाग लिया। शास्त्र परीक्षा के समापन समारोह का शुभारंभ मुख्यातिथि के रूप में लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय नई दिल्ली के पूर्व कुलसचिव एवं संकायाध्यक्ष प्रो. प्रेमकुमार शर्मा ने भाग लिया वहीं कार्यक्रमाध्यक्ष के रूप में स्थानीय प्रतिष्ठित समाजसेवी एवं श्री गोपाल गोधाम संस्थान के संचालक रमेश शर्मा व हिमाचल प्रदेश संस्कृत भारती के प्रान्ताध्यक्ष डॉ.राजेश शर्मा ने शिरकत की। शलाका परीक्षा समिति के प्रान्त सदस्य आचार्य सुब्रह्मण्य ने अतिथि परिचय एवं स्वागत अभिनन्दन किया।
इसके उपरांत प्रान्त विद्वत परिषद प्रमुख प्रो. बृहस्पति मिश्र ने द्वि दिवसीय शलाका परीक्षा का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। मुख्यातिथि के रूप में उपस्थित प्रो. प्रेम कुमार शर्मा ने संस्कृत भारती हिमाचल प्रदेश द्वारा संचालित इस शास्त्र संरक्षण रूपी कार्यक्रम की सराहना की एवं शलाका परीक्षा समिति को शुभकामनाएँ प्रदान करते हुए कहा कि हमारे लिए यह गर्व का विषय है कि शास्त्र रक्षण से जुड़े इस कार्यक्रम में प्रदेश के विविध जिलों के नौजवान छात्र-छात्राएं योगदान कर रहे हैं। अपने वक्तव्य को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने कहा कि पुरस्कार भले ही सभी को प्राप्त न हो लेकिन हम भविष्य में अच्छी तैयारी के साथ भाग ग्रहण कर सकते हैं। कार्यक्रम के अध्यक्षीय वक्तव्य में रमेश शर्मा ने इस कार्यक्रम की सराहना की एवं सभी प्रतिभागियों को शुभकामनाएं प्रदान करते हुए श्री सुन्दर नारायण गुरुकुल एवं अम्बेहड़ा ग्राम का परिचय कराते हुए सभी को प्रोत्साहित किया।
इसके पश्चात देश के विविध राज्यों से निर्णायक के रूप में उपस्थित सभी विद्वज्जनों का सत्कार सम्मान किया गया एवं साथ ही प्रान्त शलाका परीक्षा संयोजक आचार्य जयकृष्ण शर्मा ने तृतीय राज्य स्तरीय शलाका परीक्षा के सभी प्रतिभागियों के पुरस्कारों की उद्घोषणा की जिसमें अष्टाध्यायीकण्ठपाठ परीक्षा में प्रोत्साहन पुरस्कार कनिका केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय वेदव्यास परिसर बलाहर, तृतीय पुरस्कार अनामिका श्री-अरविन्द-संस्कृत महाविद्यालय करसोग, अमर कोष कण्ठ पाठ में प्रोत्साहन पुरस्कार आयुषी राजकीय संस्कृत महाविद्यालय-सरैन, तृतीय पुरस्कार अम्बिका राजकीय संस्कृत महाविद्यालय-सरैन, द्वितीय पुरस्कार नीलम शर्मा श्री-सुनयना-संस्कृत महाविद्यालय स्वारघाट, नीति शतक कण्ठ पाठ में प्रोत्साहन पुरस्कार कोमल श्री-अरविन्द-संस्कृत महाविद्यालय करसोग, तृतीय पुरस्कार तमन्ना केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय-वेदव्यास परिसर बलाहर, द्वितीय पुरस्कार भानामती ठाकुर श्री-सुनयना- संस्कृत महाविद्यालय स्वारघाट, प्रथम पुरस्कार प्रिया केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय-वेदव्यास परिसर बलाहर, मूल रामायण कण्ठ पाठ परीक्षा में प्रोत्साहन पुरस्कार सिमरन केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय-वेदव्यास परिसर बलाहर, तृतीय पुरस्कार अजयशर्मा श्री-अरविन्द-संस्कृत महाविद्यालय करसोग, द्वितीय पुरस्कार शिवानी श्री-अरविन्द-संस्कृत महाविद्यालय करसोग, प्रथम पुरस्कार दिव्यांशी डोगरा केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय-वेदव्यास परिसर बलाहर, योग सूत्र कण्ठ पाठ में प्रोत्साहन पुरस्कार गुञ्जन राजकीय संस्कृत महाविद्यालय-सरैन, तृतीय पुरस्कार झमीर सिंह श्री-अरविन्द-संस्कृत महाविद्यालय करसोग, द्वितीय पुरस्कार अभिनव शर्मा राष्ट्रीय संस्कृत महाविद्यालय क्यार्टू, शिमला, प्रथम पुरस्कार मुस्कान श्री-अरविन्द-संस्कृत महाविद्यालय करसोग, श्रीमद्भगवद्गीता कण्ठ पाठ परीक्षा में प्रोत्साहन पुरस्कार स्मृति शर्मा राजकीय संस्कृत महाविद्यालय-सरैन, तृतीय पुरस्कार सृष्टि श्री-अरविन्द-संस्कृत विद्यालय करसोग, द्वितीय पुरस्कार सुजल राजकीय संस्कृत महाविद्यालय-सरैन, प्रथम पुरस्कार कुशारिका श्री-अरविन्द- संस्कृत महाविद्यालय करसोग, व्याकरण शलाका परीक्षा में प्रोत्साहन पुरस्कार अञ्जलि श्री-अरविन्द-संस्कृत महाविद्यालय करसोग, तृतीय पुरस्कार बबीता कुमारी राजकीय संस्कृत महाविद्यालय, चम्बा, द्वितीय पुरस्कार प्रशान्तकुमार, केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय-वेदव्यास परिसर बलाहर, प्रथम पुरस्कार प्रियङ्का श्री-अरविन्द- संस्कृत महाविद्यालय करसोग, ज्योतिषशलाका परीक्षा में प्रोत्साहन पुरस्कार नवीन केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय-वेदव्यास परिसर बलाहर, तृतीय पुरस्कार अनीता शर्मा श्री-सुनयना-संस्कृत महाविद्यालय स्वारघाट, द्वितीय पुरस्कार अभिषेक शर्मा केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय-वेदव्यासपरिसर बलाहर, प्रथम पुरस्कार सोनिया सनातन धर्म-आदर्श महाविद्यालय, डोहगी, साहित्यशलाका प्रोत्साहन पुरस्कार पलक श्री-सुनयना-संस्कृत महाविद्यालय स्वारघाट इत्यादि नव युवक युवती छात्रों ने शास्त्र संरक्षण श्रम कर इस कार्यक्रम व समूचे हिमाचल प्रदेश का गौरव बढ़ाया। इन सभी शास्त्र परिश्रमियों मेधावी प्रतिभागियों को समुपस्थित अतिथियों ने प्रमाण पत्र एवं पुरस्कार राशि प्रदान की। कार्यक्रम संचालक प्रान्त समिति सदस्य कमल गौतम द्वारा अन्त में सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया ।
इस अवसर पर हिमाचल प्रान्त के प्रान्त मन्त्री डॉ. ज्ञानेश्वर शर्मा, सहमन्त्री ललितशर्मा, प्रान्त महाविद्यालय कार्यप्रमुख हीरा सिंह, प्रान्त सम्पर्क प्रमुख आचार्य ओंकार चन्द, प्रान्त शलाका परीक्षा संयोजक डॉ.जय कृष्ण शर्मा एवं समस्त समिति सदस्य, प्रान्त कार्यालय एवं साहित्य प्रमुख हरीश कुमार प्रान्त विद्वत्परिषद प्रमुख आचार्य बृहस्पति मिश्र, प्रान्त प्रशिक्षण प्रमुख डॉ.मुकेश शर्मा, कार्यक्रम के व्यवस्था प्रमुख गणेश शर्मा, प्रचार प्रमुख डॉ.सत्यदेव, संस्कृत महाविद्यालयों के प्राचार्य, विविध संस्थाओं से विविध विषयों में निष्णात डॉ. सुब्रह्मण्य वैथि, डॉ. अशोक मिश्र (अम्बाला आदर्श महाविद्यालय व्याकरणाचार्य), डॉ. स्वामी जनार्दनाचार्य (अध्यक्ष, श्री निवास सेवार्थन्यास (श्रीनिवास-आश्रम), इब्राहिमपुर, देहली), प्रो.रितुबाला (साधु आश्रम), नीरजकुमार (साधु आश्रम), प्रो.नरेश बत्रा (अम्बाला आदर्शमहाविद्यालय पूर्वाचार्य), डॉ. दिनेश चन्द्र पाण्डेय (बहुगुणा विश्वविद्यालय उत्तराखण्ड), डॉ.कृष्ण मोहन पाण्डेय (जे एन् यू), प्रो. बृहस्पति मिश्र (सी यू), प्रो० प्रेम कुमार शर्मा (एल् बी एस्) निर्णायक, शलाका परीक्षा समिति संयोजक, मार्गदर्शक, जनपद संयोजक अध्यक्ष विविध दायित्व वान जन पदकार्य कर्ता, विद्वत परिषद के जन पद प्रमुख, विभाग संयोजक, पूर्व विस्तारक बन्धु इत्यादि उपस्थित रहे ।
