योग से ही विकसित भारत बनाया जा सकता है: कुलपति प्रो.वरखेड़ी

अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस के शुभ अवसर पर केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, वेदव्यास परिसर बलाहर में विश्वविद्यालय-स्तरीय दसवें अन्तर्राष्ट्रीय योग महोत्सव का आयोजन प्रातः 06.15 बजे योगासनों के द्वारा किया गया। इसके उद्घाटक मुकुल कानिटकर ने योग के महात्म्य पर प्रकाश डाला, उन्होंने कहा भारत देश में 18 प्रकार के सूर्य नमस्कार प्रचलन में हैं। योग का अर्थ केवल व्यायाम नहीं हैं अपितु यह तो मोक्ष पर्यन्त जाने का मार्ग है। इस सत्र में अध्यक्ष के रूप में केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रो. श्री निवास वरखेड़ी ने छात्रों को सम्बोधित करते हुए कहा कि जब तक भारत पूर्णतया विकसित नहीं हो जाता तब तक हम योग करते रहेंगे, क्योंकि योग से ही विकसित भारत बनाया जा सकता है। इसी सन्दर्भ में उन्होंने आगे कहा जब तक विश्व के सभी देशों के सभी नागरिक स्वयं से प्रेरित होकर स्वयं के स्वास्थ्य लाभ के लिए योग नहीं करेंगे तब तक हम योग दिवस मनाते रहेंगे। इस कार्यक्रम के सम्पूर्ति सत्र में योग स्पर्धा के विजेताओं को कुलगुरु सहित मुख्यातिथि एवं गणमान्यों ने पुरस्कृत किया। साथ ही 3 पत्रिकाओं एवं संस्कृत ओलम्पियाड का विमोचन किया गया। उसके उपरान्त विश्वविद्यालय खेल कूद उत्कृष्टता केन्द्र का भी उद्घाटन किया गया जिसकी अधिसूचना एक वर्ष पूर्व जारी हुई थी। ध्यातव्य है कि अन्तर्राष्ट्रीय योग महोत्सव के शुभ अवसर पर वेदव्यास परिसर, बलाहर में देश के विभिन्न राज्यों के लगभग 200 प्रतिभागी मार्गदर्शकों सहित उपस्थित रहें जिन्होंने विभिन्न प्रकार की योगिक मुद्राओं के द्वारा सभी को प्रभावित किया। इस दौरान अतिथियों सहित विश्वविद्यालय के मार्गदर्शकों, प्राध्यापकों, प्रतिभागियों, कर्मचारियों ने मिलकर सामूहिक रूप से योगाभ्यास किया। इस अवसर पर वेदव्यास परिसर की निदेशक प्रो. सत्यम कुमारी ने सभी का स्वागत एवं अभिनन्दन किया। इसमें प्रो. बनमाली बिश्वाल एवं प्रो. मदन मोहन झा आमन्त्रित अतिथियों के रूप में उपस्थित रहें। महोत्सव के संयोजक डॉ. पुरुषोत्तम ने सभी का आभार व्यक्त किया।इस अवसर पर परिसर निदेशक प्रो सत्यम कुमारी,प्रो मंजूनाथ भट्ट, डा पुरुषोत्तम, डा सत्यदेव, डा नाथधर द्विवेदी, डा श्याम बाबू, डा अमित वालिया, डा राजन मिश्र, डा मनीष कुमार, डा संजय मनकोटिया ,डा मनोज श्रीमाल, डा हरिओम, डा अमर चंद, डा रामनारायण ठाकुर, डा योगेश पांडे, डा वीनापाणी, डा मुकेश शर्मा, डा दीप कुमार सहित समस्त शिक्षक,कार्यालय कर्मचारी व छात्र छात्राएं भी मौजूद रहे।