धर्मपुर : पाइनग्रोव स्कूल में अमेरीकन फ़ील्ड सर्विसिज़ सम्मलेन का हुआ आयोजन

पाइनग्रोव स्कूल में 12 से 14 मई तक उत्तर क्षेत्रीय विद्यालयों और ए एफ एस की क्षेत्रीय सम्मलेन की मेजबानी की। जिसमें 38 प्रतिष्ठित स्कूलों के प्रतिष्ठित प्रतिनिधि, निदेशक, प्रधानाध्यापक, शिक्षक और छात्र इस मेगा कार्यक्रम में भाग लिया। एएफएस इंटरकल्चरल प्रोग्राम एक अंतर्राष्ट्रीय युवा विनिमय संगठन है, जिसका मुख्य उद्देश्य वैश्विक नागरिक बनाना और उनके समुदायों के सामाजिक कारणों में शामिल होना है। एफएस अधिक न्यायसंगत और शांतिपूर्ण दुनिया बनाने के लिए आवश्यक ज्ञान, कौशल और ज्ञान विकसित करने में लोगों की मदद करने के लिए इंटरकल्चरल सीखने के अवसर प्रदान करता है। सबसे पहले अमेरिकन फील्ड सर्विस एफएस को प्रथम विश्व युद्ध के दौरान मित्र देशों की सेना के लिए एक स्वयंसेवक एम्बुलेंस सेवा के रूप में शुरू किया गया था। यह अब एक अंतर्राष्ट्रीय , स्वैच्छिक, गैर-सरकारी, गैर-लाभकारी संगठन (न्यूयॉर्क, यूएसए में मुख्यालय) के रूप में विकसित हुआ है और 60 से अधिक देशों (भारत सहित) में फैला हुआ है और इसके लगभग 250 सदस्य स्कूल पैन-इंडिया हैं। एएफएस का भारत में प्रथम सम्मलेन है। मुख्य अतिथि, श्री संजय कुंडू (आईपीएस), हिमाचल प्रदेश के डीजीपी और विशिष्ट अतिथि, श्री जहूर एच. जैदी (आईपीएस), हिमाचल प्रदेश के आईजी ने समारोह के उद्घाटन समारोह की शोभा बढ़ाई। इसके साथ-साथ अपनी वाणी से ज्ञान के मोती बिखेरकर प्रतिनिधियों के साथ अपने विचार साझा करके महती सभा को संबोधित किया। मुख्य अतिथि, श्री संजय कुंडू ने अपने वक्तव्य में कहा कि पाइनग्रोव स्कूल के निर्देशक कैप्टेन एज़े सिंह ने स्वयं वो कार्य कर दिखाया जो दो तीन पीढ़ियाँ कर पाती हैं | उन्होंने नैसले, रेड बुल, ओबराय के क्लार्क होटल की विश्व की पहली होटल परंपरा की नई शरुआत तथा अनेक अन्य उदाहरण देकर कहा कि सच्चा नेता स्वयं से शुरुआत करता है। जब भी कहीं यात्रा करो तो अपने पास कोई एक पुस्तक अवश्य रखें एवं उसे पढ़ें तथा एक महीने में एक पुस्तक पढ़ने का उद्देश्य बना लें। विद्यालयों को विद्यार्थियों के कद बढाने पर अवश्य विचार करना चाहिए क्योंकि आजकल के युवक और युवतियों का कद छोटा रह रहा है। इसके लिए तैराकी, वालीबाल, बास्केटबाल तथा अन्य खेलों के माध्यम से प्रयास किये जाएं| एएफएस इंडिया की राष्ट्रीय निदेशक, सुश्री दीया बैजल; एएफएस रीजनल हेड - नॉर्थ जोन और सेलाकुई इंटरनेशनल स्कूल के हेडमास्टर, श्री राशिद शरफुद्दीन और मैनेजर - एएफएस सेंडिंग एंड स्कूल रिलेशनशिप सुश्री मंजुला देवी ने भी अपनी शानदार उपस्थिति के साथ इस अवसर की शोभा बढ़ाई। भावपूर्ण संगीत और नृत्य प्रदर्शन ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया और विशिष्ट अतिथियों और वैश्विक शिक्षा के प्रसिद्ध विशेषज्ञों द्वारा 'इंस्पायर एंड इमेजिन' विषय पर केंद्रित गहन और उत्तेजक चर्चाओं के लिए बॉल रोलिंग शुरू कर दी। मेयो कॉलेज अजमेर के निदेशक लेफ्टिनेंट जनरल सुरेंद्र कुलकर्णी ने 'इन मैटर्स ऑफ लीडरशिप, लीडर्स मैटर' विषय पर एक सत्र का संचालन किया। लेफ्टिनेंट जनरल सुरेंद्र कुलकर्णी अपने भाषण में कहा कि नेता को स्वयं से प्रेरणास्पद प्रयास करने चाहिए और सबसे सहानुभूति रखनी चाहिए | डॉ. सुमेर सिंह ने स्कूल के प्रधानाध्यापकों और शिक्षकों के लिए 'रीइमैजिनिंग एएफएस' पर अपना पांडित्य प्रस्तुत किया, जबकि श्री जयंत कृष्णा ने छात्रों के लिए 'सर्वांगीण सफलता के लिए एक वैश्विक मानसिकता का पोषण' पर विशेष रूप से एक समृद्ध सत्र लिया। विशिष्ट अतिथियों ने कसौली में मोहन मीकिन ब्रेवरी का दौरा किया, जबकि छात्रों ने धर्मपुर में पीए पिनियंस वॉच फैक्ट्री की यात्रा का भी आनंद लिया। पाइन स्कूल के निर्देशक कैप्टेन एजे सिंह ने ए एफ एस के सदस्यों, प्रतिष्ठित स्कूलों के प्रतिष्ठित प्रतिनिधि, निदेशक, प्रधानाध्यापक, शिक्षक और छात्रों का आभार प्रकट किया।