धर्मशाला : हिमाचल की पर्वतारोही बेटी अंजलि को मांउट एलबु्रश फतह करने पर विश्व चक्षु ने नवाजा

कहा- भारतीय तिरंगे वाली साड़ी-नुआचड़ी पहनकर भारत संग राज्य का नाम किया रोशन
तंजानिया की सबसे ऊंची चोटी किलिमंजारों की चोटी को फतेह करने वाली अजंलि शर्मा ने अब 13 अगस्त स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में रूस की सबसे ऊंची चोटी मांउट एलबु्रश 5642 मीटर को फतेह किया है। इसके चलते पूर्व मुख्यमंत्री हिमाचल प्रदेश जयराम ठाकुर के मीडिया समन्वयक एवं वर्तमान प्रदेश भाजपा सह-मीडिया प्रभारी विश्च चक्षु ने धर्मशाला ने पहाड़ी राज्य की बेटी को सम्मानित किया है। उन्होंने अंजलि शर्मा के भारत व हिमाचल का नाम विश्व पटल पर रोशन करने पर शक्तिपीठों की भूमि कांगड़ा में माता की चुन्नरी, हिमाचली टॉपी व नकद राशि सम्मान व पुरस्कार के रूप में प्रदान की है। विश्व चक्षु ने बताया कि यह सब हिमाचल वासियों के लिए गर्व के पल हैं। धर्मशाला के गमरू की रहने वाली बेटी अजंलि ने भारतीय तिरंगे वाली साड़ी पहनकर अति कठिन चोटी की चढ़ाई करके 13 अगस्त को सुबह आठ बजकर 20 मिनट पर तिरंगा लहराया था। इस दौरान चोटी में पहुंचकर अजंलि ने हिमाचल की सबसे प्राचीन जनजाति में से एक गद्दी जनजाति को ट्रिब्यूट करते हुए महिलाओं का पांरपंरिक भेषभूषा नुआचड़ी को पहनकर तिरंगा भी लहराया। पूर्व मीडिया कोर्डिनेट टू सीएम विश्व चक्षु ने कहा कि चोटी में साड़ी पहनकर पहली महिला बनने पर अजंलि शर्मा का नाम गोल्डन बुक ऑफ रिकार्ड के लिए भी भेजा गया है, जो कि जल्द ही दर्ज होगा। इससे पहले भी साऊथ अफ्रीका के तंजानिया की सबसे ऊंची चोटी किलिमंजारों 5895 मीटर को साड़ी पहनकर चढ़ने वाली अजंलि पहली महिला बनी थी। वहीं अब पहाड़ी राज्य की बेटी ने मांउट एवरेस्ट चढ़नेे का लक्ष्य रखा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के पूर्व सीएम एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर की ओर से भी बेटी को बधाई संदेश दिया गया है। उन्होंने भी कहा कि बेटी की आगामी समय में उचित मदद कर लक्ष्य को प्राप्त कर देश का नाम गौरवांवित किए जाने के लिए उचित प्रयास किए जाएंगे।