धर्मशाला: चैतडू में बताया ओआरएस घोल का महत्व

ओआरएस दिवस 29 जुलाई के उपलक्ष्य में 28 जुलाई को जिला स्तरीय विश्व ओआरएस दिवस ग्राम पंचायत चैतडू में मनाया गया। इस दिवस को मनाने का उद्देश्य लोगों को ओ आर एस के बारे में जानकारी देना, ओआरएस के महत्व लोगों को समझाना ओआरएस गोल बनाने की सही विधि समझाना, ताकि दस्त होने पर लोगों को पानी की कमी ना हो सके। जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ. वॅदना ने बताया कि ओआरएस का घोल या ओरल रिहाइड्रेशन सलूशन, जिसे हम जीवन रक्षक गोल मानते हैं, दस्त में एक रामबाण दवाई का काम करता है। परंतु लोगों को ओआरएस के महत्व के बारे में जानना बहुत जरूरी है। ओआरएस घोल से हम लाखों लोगों की जिंदगियों को बचा सकते हैं। अगर उल्टी और दस्त होने पर सही विधि से ओआरएस का घोल समय-समय पर देते रहने से हम जीवन को बचा सकते हैं। ओआरएस का घोल पानी की कमी को दूर करता है, जिससे व्यक्ति मरने से बच सकता है 1 लीटर साफ या उबला हुआ पानी में सही तरीके से बना हुआ सलूशन हो तो हमारी इंटेस्टाइन इसको अवशोषित करती है। अगर ठीक तरीके से ना बनाया जाए दस्त रोकने के बजाय और दस्त लग सकते हैं।
घर में इमरजेंसी अचानक जरूरत पड़ने अगर घोल बनाना पड़े किस प्रकार घोल बनाना चाहिए। सभी विस्तार से समझाया गया। इसके साथ कार्यक्रम अधिकारी ने यू विन के बारे में भी आशा वर्कर को जानकारी दी। जन शिक्षा एवं सूचना अधिकारी ने पानी की कमी के प्रकार के बारे में बताया गयपानी की कमी का पता हम कैसे आंखें, जीव और चमड़ी पर हम देख सकते हैं पानी की कुछ कमी होने पर घोल की मात्रा कितनी देनी है गंभीर पानी की कमी को पहचान कर बच्चे को तुरंत अस्पताल भेजना है। स्वास्थ्य शिक्षा श्रीमती अंजलि बताया दस्त होने पर अपने हाथों की सफाई ,भोजन में स्वच्छता बनाए रखना दस्त होने पर बच्चों में घोल के साथ-साथ पतले पेय पदार्थ जारी रखना तथा छोटे बच्चों में निरंतर स्तनपान कराते रहना जरूरी है। अगर दस्त में सुधारना हो तो तुरंत अस्पताल जाने की सलाह दी। इस मौके पर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मैकलोडगंज के डॉक्टर रितिका तथा शाहपुर की स्वास्थ्य शिक्षिका अर्चना उपस्थित रहे।