धर्मशाला: प्रदेश में सुख की सरकार नहीं, सूखी सरकार : परमार
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प्रदेश में आपदा आने के बाद भाजपा और कांग्रेस नेता आमने-सामने हंै और खुलकर बयानबाजी हो रही है। भाजपा के वरिष्ठ नेता विपिन सिंह परमार ने धर्मशाला में प्रेस वार्ता की और कांग्रेस पर एक बार फिर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि हिमाचल में सुख की सरकार नहीं, बल्कि सूखी सरकार है। आज प्रदेश सरकार सत्ता सुख में है और जनता दुख में है।
नजरअंदाज हो रहा प्रदेश का सबसे बड़ा जिला
प्रदेश का सबसे बड़ा जिला कांगड़ा आज कांग्रेस से प्रताड़ित हो रहा है, क्योंकि जिला को एक मंत्री पद मिला है। परमार ने कहा कि प्रदेश में लगातार बारिश से त्रासदी हुई है और जानमाल का नुकसान हुआ है। आज इस त्रासदी से लोग उबर नहीं पाए हैं, वहीं इस आपदा के दौरान भाजपा के तमाम शिर्ष नेतृत्व धरातल पर जाकर लोगों का हाल जाना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस आपदा की घड़ी में प्रदेश का साथ दिया है, हम उनका धन्यवाद करते है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 7 महीने पहले कांग्रेस की सरकार बनी और कांगड़ा जिला को आज इस कांग्रेस की सरकार के दौरान क्या मिला है। कई महीनों से कांग्रेस नेता लाइन में खड़े हैं। सिर्फ एक व्यक्ति को मंत्री पद मिला है। कांगड़ा जिला का आज खून हो रहा है।
घोषणाएं तो अनेक हुईं, पर धरातल पर कुछ नहीं
उन्होंने कहा कि 7 महीनों में घोषणाएं बहुत हुई हैं, लेकिन धरातल पर एक भी योजना नहीं है। केंद्र सरकार आज फोरलेन की देन दे रही हैं। परमार ने कहा कि कोरोना वारियर्स को 5 महीने से सैलरी नहीं मिल रही हैं। कांग्रेस के आपसी तालमेल इसी बात से समझा जा सकता है कि कांग्रेस नेता एक दूसरे पर बयानबाजी कर रहे हैं। आज कर्मचारियों को प्रताड़ित करने का कार्य किया जा रहा है।
व्यवस्था परिवर्तन करते-करते कहीं सत्ता परिवर्तन ही न हो जाए
परमार ने कहा कि सीएम सुक्खू कहते हैं कि हम व्यवस्था परिवर्तन कर रहे हैं। व्यवस्था परिवर्तन करते-करते कहीं सत्ता परिवर्तन ही न हो जाए। सुक्खू कहते हैं कि हम कांगड़ा को टूरिज्म कैपिटल बनाएंगे, लेकिन कैसे बनाएंगे जब कांगड़ा का दौरा तक वो नहीं कर रहे हैं। कांगड़ा की जनता के साथ आज जो हो रहा है, वो उचित नहीं है। जिस अधिकारी पर विपक्ष में आरोप लगाते थे आज वो इनके हितैषी बने हुए हैं। कांग्रेस सिर्फ सवेदनहीन है, इसके अलावा कांग्रेस सिर्फ पैसा अपने नेताओं को बांट रही है।