वरिष्ठ नेत्र रोग विषेशज्ञ डा. अशोक कुमार काॅर्निया हीरो पुरस्कार से सम्मानित

बिलासपुर से संबंध रखने वाले वरिष्ठ नेत्र रोग विषेशज्ञ डा. अशोक कुमार को पीजीआई चंडीगढ़ में संपन्न हुए वर्चुअल आई डोनेशन फोर्टनाईटट (ईडीएफ) 2020 समारोह के दौरान नेत्र रोग क्षेत्र में उत्कृष्ट सेवाएं देने पर काॅर्निया हीरो के विशेष पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। यह पुरस्कार उन्हें पंजाब राज्य के मुख्य सचिव विन्नी महाजन द्वारा प्रदान किया गया।
बता दें कि पूरे भारत वर्श में मार्च से लेकर जून 2020 तक आई डोनेशन यानि नेत्र दान करने में 80 प्रतिशत की गिरावट आई है जबकि कैरटोपलास्टी सर्जरी में भी 78 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई है इसलिए पंजाब राज्य ने कोर्नियल ब्लाइंडनेस बैकलाॅग फ्री (सीबीबीएफ) मुहिम को और तेज करने के लिए विशेष अभियान छेड़ा गया है। इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए डिपार्टमेंट आफ काॅम्यूनिटी मेडीसीन एंड स्कूल ऑफ़ पब्लिक हैल्थ पीजीआईएमजीईआर चंडीगढ़, एनपीसीवीवीआई, पंजाब एंड यूटी चंडीगढ़, रोटरी आई बैंक एंड काॅर्नियल ट्रांसप्लांटेशन सोसायटी (पंजीकृत) होशियारपुर पंजाब, स्ट्रैटजिक इंस्टीटयूट फार पब्लिक हैल्थ एजूकेषन एंड रिसर्च (एसआईपीएचईआर) ने अपना अहम योगदान देकर नेत्र रोग व नेत्र दान क्षेत्र में काम करने वाले वाॅरियर्स का सम्मान किया।
क्या कहते हैं काॅर्निया हीरो
डा. अशोक कुमार शर्मा का कहना है कि काॅर्निया ग्राफ्टिंग के लिए डोनर आई का होना अति आवष्यक है। जितने ज्यादा लोग अपनी आंखों का दान करेंगे उतने अंधे लोग इस सुंदर दुनिया को देख पाएंगे। उन्होंने बताया कि इसके लिए समाज में जागरूक होना जरूरी है। डा. अशोक ने बताया कि अब सभी जगह आई बैंक की सुविधा हो गई है वहीं सरकार ने भी इसी संवेदनशील मसले को लेकर भारत सरकार ने एचसीआरसी कार्यक्रम की शुरुआत की है जिसमें मृत्यु पश्चात मृतक के परिजनों की सहमति ली जाती है ताकि आंखे दान की जा सके। उन्होंने कहा कि हर साल 25 अगस्त से 8 सितंबर तक नेत्र दान करने के लिए जागरूकता शिविरों का आयोजन किया जाता है जिसमें एनजीओ के माध्यम से या एक्सपर्ट के लैक्चर के जरिए गांव-गांव में जाकर लोगों को आई डोनेषन के बारे में समझाया जाता है तथा फार्म भरने के लिए प्रेरित किया जाता है।