ऊना :पशुपालकों पर पड़ी सूखे की मार, पंजाब से 650 रुपये प्रति क्विंटल मिल रहा चारा
हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले में बारिश न होने से किसानों को अब चारे की समस्या से जूझना पड़ रहा है। सूखे के कारण गेहूं की पैदावार कम होने से पशुचारे (तूड़ी) की कमी महसूस की जा रही है। इससे तूड़ी के भाव दिन-प्रतिदिन बढ़ रहे हैं। पंजाब से टेंपो और गाड़ियों में लाया हरा चारा 650 रुपये प्रति क्विंटल पशुपालकों को मिल रहा है। सबसे बड़ी परेशानी पशुपालकों को यह आ रही है कि 650 रुपये प्रति क्विंटल का भुगतान करने के बाद भी व्यापारी साफ पशुचारा नहीं दे रहे हैं। क्विंटल के हिसाब से पूरा पशुचारा भी नहीं दिया जा रहा
गौरतलब है कि इस वर्ष कई किसानों को गेहूं की फसल में 70 से 80 फीसदी का नुकसान हुआ है। ज्यादातर किसानों को 50 फीसदी तक गेहूं की फसल में नुकसान हुआ था। बंगाणा उपमंडल में 33 से 50 प्रतिशत तक गेहूं की फसल प्रभावित हुई थी। इसके चलते पशुपालकों को अब तूड़ी की कमी के कारण परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। कृषि उपनिदेशक डॉ. जेएस सेन ने कहा कि पशुपालकों की समस्या को लेकर सरकार को लिखा जाएगा।