सोलन: डॉ. पीयूष वोहरा की सर्जरी से महिला को फिर मिला मातृत्व का अवसर
कभी-कभी जिंदगी उम्मीद की आखिरी डोर थामे रखती है और फिर कोई डॉक्टर उस उम्मीद को हकीकत बना देता है। हिमाचल प्रदेश के सोलन क्षेत्रीय अस्पताल में ऐसा ही एक प्रेरणादायक चमत्कार हुआ है, जहां डॉ. पीयूष वोहरा ने चिकित्सा जगत में एक अद्भुत उपलब्धि हासिल की है। उत्तर प्रदेश के आज़मगढ़ की रहने वाली एक महिला, जो पिछले 9 सालों से मां बनने के लिए संघर्ष कर रही थी आज फिर से उम्मीद से भरी है। कई बार के असफल इलाजों और आईवीएफ की सलाह के बाद, जब सब रास्ते बंद लग रहे थे, तब सोलन अस्पताल की दहलीज़ पर उसे नई दिशा मिली।
गायनी स्पेशलिस्ट डॉ. पीयूष वोहरा ने दो दिन पहले एक जटिल सर्जरी के दौरान महिला की बंद फेलोपिन ट्यूब को सफलतापूर्वक खोल दिया। अब महिला सामान्य रूप से गर्भधारण करने में सक्षम है। डॉ. वोहरा ने कहा, कि यह सोलन में इस तरह का पहला केस है। इस ऑपरेशन के बाद मरीज को अब नॉर्मल प्रेग्नेंसी का अवसर मिलेगा। रिकवरी के बाद उसे पूरी तरह काउंसिल किया जाएगा ताकि सब कुछ सुरक्षित और स्वस्थ रहे।
महिला ने भावुक होकर कहा कि मैंने कई जगह इलाज कराया, लेकिन हर बार निराशा मिली। जब डॉक्टरों ने कहा कि अब सिर्फ आईवीएफ ही रास्ता है, तब उम्मीद लगभग खत्म हो गई थी। लेकिन सोलन में डॉक्टर पीयूष से इलाज करवाने के बाद अब मेरी ट्यूब खुल गई है। उन्होंने यह भी कहा कि यह मेरे लिए किसी वरदान से कम नहीं है।
महिला के परिवार की आंखों में खुशी के आँसू हैं, और हो भी क्यों न? सालों की जद्दोजहद के बाद आज उनके जीवन में उम्मीद की रोशनी लौट आई है। यह उपलब्धि न केवल एक परिवार की खुशियों की कहानी है, बल्कि यह इस बात का प्रमाण है कि सरकारी अस्पतालों में भी उच्च स्तरीय इलाज और समर्पित विशेषज्ञ मौजूद हैं। डॉ. पीयूष वोहरा और सोलन अस्पताल की टीम ने यह दिखा दिया है कि जब सेवा भाव और विशेषज्ञता एक साथ आते हैं, तो असंभव भी संभव हो जाता है।
